Friday, November 15, 2024
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जिस संगठन का टारगेट हर साल भारत में 25000 ईसाई बनाना, उसे फंडिंग कर रहा Amazon: आर्गेनाइजर का दावा, कंपनी ने किया खंडन

कंपनी ने कहा कि जहाँ यह कार्यक्रम चल रहा है वहाँ लोग इस बात का चुनाव स्वयं कर सकते हैं कि वह किसे दान कर रहे हैं। साथ ही दावा किया कि 'अमेजन स्माइल', इसमें भाग लेने वाले किसी भी चैरिटी के विचारों का समर्थन नहीं करता है।

‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS)’ की पत्रिका ‘द ऑर्गनाइजर’ (The Organiser)’ ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) पर देश में धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। पत्रिका ने दावा किया है कि अमेजन ‘अमेरिकन बैप्टिस्ट चर्च’ नामक संगठन को फंडिंग कर रहा है। आरोप है कि यह संगठन पूर्वोत्तर भारत में 25,000 से अधिक लोगों का धर्मांतरण चुका है। हालाँकि, अमेजन ने इन आरोपों को खारिज किया है।

दरअसल, ‘द ऑर्गनाइजर’ ने एक कवर स्टोरी की है, जिसे ‘अमेजिंग क्रॉस कनेक्शन’ टाइटल दिया गया है। इस कवर स्टोरी में कहा गया है कि अमेजन द्वारा ‘अमेरिकी बैप्टिस्ट चर्च’ (ABM) द्वारा चलाए जा रहे क्रिश्चन कनवर्जन मॉड्यूल को फंडिंग किया जा रहा है। इसके अलावा, ‘अमेरिकन बैप्टिस्ट चर्च’ भारत में ऑल इंडिया मिशन (AIM) नामक एक कार्यक्रम चला रहा है। इसकी वेबसाइट में खुले तौर पर यह दावा किया गया है कि उसने पूर्वोत्तर भारत में 25 हजार लोगों को धर्मांतरित कर ईसाई बनाया है।

‘द ऑर्गनाइजर’ ने कहा है, “ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन ‘अमेरिकन बैपटिस्ट चर्च (ABM)’ द्वारा संचालित ‘ईसाई धर्मांतरण मॉड्यूल’ को फंडिंग कर रही है। भारत के बड़े मिशनरी धर्मांतरण मिशन को फंडिंग करने के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियों और एबीएम द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग रिंग चलाए जाने की आशंका भी है।”

पत्रिका में यह भी दावा किया गया है, “यह उसका मुखौटा संगठन है, जिसने अपनी वेबसाइट पर खुले तौर पर दावा किया है कि उसने पूर्वोत्तर भारत में 25 हजार लोगों को ईसाई मजहब में परिवर्तित किया है। अमेजन एक भारतीय द्वारा प्रत्येक खरीद पर पैसे दान करके ऑल इंडिया मिशन के धर्मांतरण मॉड्यूल का समर्थन कर रहा है।”

हालाँकि, ऑपइंडिया ने जब ‘ऑल इंडिया मिशन’ के बारे में खँगाला तो इसका वेबसाइट नहीं मिला। लेकिन, इसके ‘लिंक्डइन’ अकाउंट में कहा गया है, “ऑल इंडिया मिशन में हमारा विजन हर साल 25,000 लोगों को येशु मसीह की ओर ले जाना है।” इसका सीधा मतलब है कि यह ईसाई संगठन हिंदुस्तान में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के मिशन से काम कर रहा है।

(फोटो साभार: ऑल इंडिया मिशन के लिंक्डइन अकाउंट का स्क्रीनशॉट)

हालाँकि, इस मामले में ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ ने अमेजन के प्रवक्ता के हवाले से कहा है कि कंपनी इन सभी आरोपों का खंडन करती है। अमेजन के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अमेजन इंडिया का ‘ऑल इंडिया मिशन’ के साथ कोई संबंध नहीं है। प्रवक्ता ने कहा, “अमेज़ॅन इंडिया का ऑल इंडिया मिशन या उसके सहयोगियों के साथ कोई संबंध नहीं है और न ही अमेजन स्माइल (AmazonSmile) कार्यक्रम, अमेजन इंडिया मार्केटप्लेस पर काम करता है।

कंपनी ने कहा कि जहाँ यह कार्यक्रम चल रहा है वहाँ लोग इस बात का चुनाव स्वयं कर सकते हैं कि वह किसे दान कर रहे हैं। साथ ही दावा किया कि ‘अमेजन स्माइल’, इसमें भाग लेने वाले किसी भी चैरिटी के विचारों का समर्थन नहीं करता है।

द ऑर्गनाइजर ने यह भी दावा किया है कि ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR)’ ने भी उनकी एक रिपोर्ट पर संज्ञान लेते कार्रवाई की बात कही थी। इस मामले में NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो का कहना है कि उन्हें सितंबर में अरुणाचल प्रदेश के कुछ अनाथालयों के माध्यम से धर्मांतरण होने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर उन्होंने संज्ञान लिया और अमेजन को नोटिस भेजा था।

इसके बाद, 1 नवंबर को अमेजन के तीन प्रतिनिधि NCPCR के कार्यालय आए थे और दावा किया था कि ‘ऑल इंडिया मिशन’ को फंडिंग अमेजन अमेरिका द्वारा दी जाती है। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा माँगी गई जानकारियाँ अमेजन इंडिया के पास उपलब्ध नहीं हैं। अमेरिका से आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाने हेतु उनके निवेदन को स्वीकार कर 10 दिन का समय दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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