श्रद्धा मर्डर केस में भले ही कई चौंका देने वाली सच्चाई सामने आई हो, लेकिन अब भी कई राज़ हैं जो सामने आने बाकी है। श्रद्धा के कातिल आफताब की गिरफ्तारी के बाद भी अब तक पूरा सच सामने नहीं आ सका है। दिल्ली पुलिस की मानें तो आफताब जाँच और पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है। वह लगातार पुलिस को भटकाने की कोशिश कर रहा है। जाँच में सहयोग न मिल पाने की वजह से पुलिस ने दिल्ली के साकेत कोर्ट से आरोपी आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत माँगी थी।
मिली जानकारी के अनुसार, कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आफताब के नार्को टेस्ट को मंजूरी दे दी है। कहा जा रहा है कि नार्को टेस्ट के बाद कई राज खुल सकते हैं।
#BREAKING | Delhi court allows narco test on Aaftab in the Shraddha murder case. The police seeks to find the missing pieces of the horrific crime through the narco test. Tune in #LIVE: https://t.co/GAtGCw2GdU pic.twitter.com/CZL42QkYgp
— Republic (@republic) November 16, 2022
आफताब के किचन से मिले खून के धब्बे, शॉवर चालू कर शव के किए टुकड़े
मामले में जाँच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, चौंकाने वाले खुलासे होते जा रहे हैं। अब आफताब के किचन से पुलिस को खून के धब्बे मिले हैं। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पुलिस सोमवार (14 नवंबर, 2022) को क्राइम सीन रीक्रिएशन के लिए आफताब को उसके उसी फ्लैट पर ले गई थी, जहाँ श्रद्धा की हत्या कर उसके शरीर के 35 टुकड़े किए गए थे। इसी दौरान पुलिस की टीम को किचन में खून के धब्बे दिखाई दिए।
खून के नमूनों की जाँच की जा रही है। अगर यह खून इंसान का होता है, तो पुलिस DNA मिलान कराने के लिए श्रद्धा के पिता को दिल्ली बुला सकती है।
हालाँकि, पूछताछ के दौरान आफताब ने यह जरूर बताया था कि उसने फ्लैट के बाथरूम में श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे। इस दौरान वह शॉवर चालू रखता था, ताकि शरीर से निकला खून सीवेज में बह जाए। इतना ही नहीं, आफताब ने फ्रिज को केमिकल से साफ किया था, ताकि खून के धब्बे नज़र न आ सकें और सबूत मिटाए जा सकें।
जब श्रद्धा के घरवालों और दोस्तों को उसके गायब होने पर शक हुआ, तभी से आफताब उनके शक के घेरे में था। पहले दिन से ही आफताब ने पेशेवर अपराधी की तरह झूठ और फरेब का जाल बुनना शुरू किया। श्रद्धा के गायब होने के बाद जब मुंबई पुलिस ने आफताब से श्रद्धा के बारे में पूछा तो इसके लिए उसने दो बार बयानों को बदला। दिल्ली पुलिस के जाँच अधिकारियों ने पूछा, तब भी आफताब लगातार बयान बदलता रहा।
पुलिस के एक अधिकारी की मानें तो पहले तो आफताब कहता रहा कि श्रद्धा दिल्ली छोड़कर चली गई है, लेकिन वह दिल्ली पुलिस की रडार पर था। कहते हैं न कि कातिल कितना भी शातिर हो, कोई एक चूक जरूर करता है और उसकी एक चूक ही उसे कानून के शिकंजे में ले आती है। आफताब के साथ भी वही हुआ। आफताब जाँच के दायरे में तो था ही, जाँच के दौरान यह बात सामने आई कि उसकी लोकेशन रोज रात 2 बजे महरौली के जंगलों में मिलती है।
इससे दिल्ली पुलिस का शक यकीन में बदलने लगा और खुद को शातिर समझने वाला दरिंदा पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया।
अब भी बहुत कुछ छिपा रहा है आफताब
साकेत कोर्ट में पुलिस ने बताया कि आफताब मामले की जाँच में सहयोग नहीं कर रहा है। इस पर अदालत ने कातिल आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत दे दी है। दिल्ली पुलिस की ओर से यह भी दावा किया गया है कि श्रद्धा का मोबाइल फोन अब तक रिकवर नहीं हो पाया है। शरीर के कई पार्ट्स भी नहीं मिल पाए हैं। इसके अलावा श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल की गई आरी रिकवर नहीं हो पाई है। आफताब श्रद्धा के मोबाइल फोन के बारे में भी सही जानकारी नहीं दे रहा है।
जाँच को भटकाने के लिए कभी दिल्ली तो कभी महाराष्ट्र में फोन फेंकने की बात कर रहा है। आफताब इस हत्याकांड को लेकर अब भी बहुत कुछ छिपा रहा है। पकड़े जाने और लाश के 35 टुकड़े करने वाली बात के सामने आने के बाद भी आफताब क्या और क्यों छिपाने की कोशिश कर रहा है – यह समझ के परे है। शरीर के बाकी अंगो का क्या हुआ? आफताब क्यों नहीं चाहता कि पुलिस के हाथ श्रद्धा का फोन लगे? क्या श्रद्धा के साथ और अधिक जघन्यता हुई है, जो आफताब छिपाने की कोशिश कर रहा है?
ऐसे कई सवाल हैं जिसका खुलासा आफताब के नार्को टेस्ट के बाद हो सकता है और इस हत्याकांड को लेकर कई सच सामने आ सकते हैं।