INX मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दावा किया है कि पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम की प्रॉपर्टी सिर्फ़ भारत में ही नहीं है बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी है। ED ने अपने दावे में यह बात भी स्पष्ट की कि वो विदेशों में सम्पत्ति को बेचने और विदेशी बैंक खातों को बंद करने के साक्ष्यों के साथ भी छेड़छाड़ कर रहे हैं।
ख़बर के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में दायर ऐफिडेविट में जाँच एजेंसी ने यह दावा किया कि चिदंबरम के कई देशों में बैंक खाते हैं। ED का कहना है कि चिदंबरम और इस मामले के सह-आरोपितों की 12 देशों में सम्पत्ति है। इन देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड, फ्रांस, ग्रीस, मलेशिया, मोनाको, फिलीपींस, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, स्पेन और श्री लंका शामिल है।
ED ने चिदंबरम की ज़मानत याचिका का विरोध करते हुए कहा, “आरोपित के ख़िलाफ़ हमारे पास मजबूत केस है और इस आधार पर बेल याचिका का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, इसके साथ ही इनकी अग्रिम ज़मानत याचिका का विरोध करने का हमारे पास एक और मजबूत आधार है। हमें ऐसे संकेत मिले हैं कि आरोपी और सह-आरोपी न सिर्फ़ सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं बल्कि गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश भी कर रहे हैं।”
इसके अलावा ED ने कहा, “सबूतों की रक्षा के साथ गवाह की गरिमा और सुरक्षा की भी रक्षा होनी चाहिए। गवाह को प्रभावित किया जा रहा है और उनका अपमान हो रहा है। आरोपी बहुत ताकतवर और प्रभावशाली भी है।”
ग़ौरतलब है कि चिदंबरम की CBI की हिरासत को चार दिन बढ़ा दिया गया है, उन्हें अब 30 अगस्त को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने INX मीडिया मामले में चिदंबरम की अग्रिम ज़मानत याचिका रद्द करने के हाईकोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ दायर याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था।