Thursday, May 9, 2024
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शिकार करने गए, लेकिन बाघ देख कर लाइसेंस दिखाया कि हमारे पास बंदूक पड़ा है… PM मोदी ने इस कहानी से खोल दिया ‘घोटालों के दशक’ का धागा

उन्होंने इस दौरान काका हाथरसी को भी याद किया, जिन्होंने कहा था - 'आगे पीछा देख कर क्यों होते गमगीन, जाकी जैसी भावना वैसी दिखे सीन'।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि कैसे न सिर्फ भारत ने अपने करोड़ों लोगों को मुफ्त में वैक्सीन दी, बल्कि 150 देशों को टीके और दवाइयाँ उपलब्ध कराई। उन्होंने कहा कि ये देश आज वैश्विक मंचों पर भारत की तारीफ़ करते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि दुनिया भर में ‘डिजिटल इंडिया’ की चर्चा है। उन्होंने बताया कि कैसे भारत में हजारों करोड़ रुपए गरीबों को ट्रांसफर करने के लिए दिक्कत नहीं होती, जबकि कोरोना में कई देशों को ऐसा करने में समस्या आई।

उन्होंने कहा कि जहाँ दुनिया भर में वैक्सीन का सर्टिफिकेट तक देने में दिक्कतें आईं, भारत में मिनटों में मोबाइल फोन पर ये उपलब्ध है। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत आज एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है और दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है, जबकि कुछ लोग इसे स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 9 वर्षों में भारत में 90,000 स्टार्टअप्स हुए हैं, और इस मामले में भारत तीसरे स्थान पर आ गया है।

उन्होंने कहा कि मोबाइल निर्माण में भारत दूसरे, हवाई यात्रा में तीसरे, एनर्जी कंजम्प्शन में तीसरे, Renewable इनर्जी के मामले में चौथे नंबर पर भारत पहुँच गया है। उन्होंने जानकारी दी कि पहली बार उच्च शिक्षा में दाखिला लेने वालों की संख्या 4 करोड़ के पार हुई है। उन्होंने खेल के क्षेत्र में भी खिलाड़ियों, खासकर लड़कियों के प्रदर्शन की तारीफ़ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आशा ही आशा है, लेकिन यहाँ कुछ लोग ऐसे निराशा में डूबे हैं।

उन्होंने इस दौरान काका हाथरसी को भी याद किया, जिन्होंने कहा था – ‘आगे पीछा देख कर क्यों होते गमगीन, जाकी जैसी भावना वैसी दिखे सीन’। पीएम मोदी ने याद दिलाया कि कैसे यूपीए काल के 10 वर्षों में महँगाई दोहरे अंकों में रही, इसीलिए इन लोगों को कुछ अच्छा होता है तो निराशा होती है। पीएम मोदी ने इस दौरान एक कहानी सुनाई, जिसमें दो लोग जंगल में शिकार करने गए थे। वहाँ वो लोग थोड़ा टहलने लगे।

वो गाड़ी में बंदूक छोड़ कर नीचे उतरे थे, तभी बाघ दिख गया और वो सोचने लगे कि अब करें क्या? इन दोनों ने बाघ को लाइसेंस दिखाया कि हमारे पास बंदूक का लाइसेंस है। पीएम मोदी ने यूपीए के 10 वर्षों को घोटाले के दशक बताया। उन्होंने बताया कि कैसे कश्मीर से कन्याकुमारी तक आतंकी वारदातें होती थीं। पीएम मोदी ने इस दौरान कॉमनवैस्ट गेम्स घोटाले की भी याद दिलाई।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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