तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हो रहे हमलों का मामला बढ़ता जा रहा है। यह मामला बिहार विधानसभा में गुँजा और की नेताओं ने इस मुद्दे को उठाकर बिहार के नीतीश कुमार की सरकार की मुश्किल बढ़ा दी है। हालाँकि, तमिलनाडु के डीजीपी ने इस घटना को झूठा बताया था, लेकिन वहाँ से लौटने वाले मजदूर वहाँ के वास्तविक हालात को बता रहे हैं।
बता दें कि तमिलनाडु से बिहार लौट रहे कुछ मजदूरों ने बताया था कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की हत्याएँ हुई हैं और शवों को नवादा, लखीसराय, जमुई भेजा गया है। लोग जैसे-तैसे तमिलनाडु से बिहार आ रहे हैं। मगर टिकट मिलने में बहुत दिक्कत है। तमिलनाडु में रहने वाले लोगों के परिजन इन घटनाओं को लेकर भयभीत और चिंतित हैं। वे अपने परिजनों की सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। श्रवण नाम के एक मजदूर ने बताया कि माहौल खराब है।
वहीं, तमिलनाडु की सरकार ने इस घटना से इनकार किया है, लेकिन तमिलनाडु से बिहारियों का पलायन जारी है। वे डर-सहमे ट्रेनों में दुबक कर भागे आ रहे हैं। उनका कहना है कि ट्रेनों में भी बिहारियों की पिटाई हो रही है। धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस से बुधवार (1 मार्च 2023) को हिंदी भाषियों का एक जत्था राँची लौटा।
राँची लौटे एक व्यक्ति ने बताया कि वहाँ पिछले 20 दिन से माहौल खराब है। वहाँ के स्थानीय लोग पकड़-पकड़कर लोगों से पूछ रहे हैं कि वे कहाँ से हैं। अगर वे हिंदीभाषी राज्य से बताते हैं तो उन्हें तमिल में गालियाँ दी जाती हैं और मारपीट की जाती है। तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी लोगों का कहना है कि वे बाहर निकलने से कतरा रहे हैं।
तमिलनाडु की सरकार भले ही इन घटनाओं को नकारे, लेकिन हाल के कुछ दिनों में हुई हत्याएँ वहाँ की स्टालिन सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। सिकंदरा थाना क्षेत्र में दो युवकों की मौत तथा दो के घायल होने की खबर है। वहीं, 21 फरवरी 2023 को त्रिपुर में धधौर निवासी कामेश्वर यादव के पुत्र पवन यादव की हत्या नारियल काटने वाले धारदार हथियार से कर दी गई थी।
कामेश्वर यादव को बचाने की चेष्टा कर रहे भाई नीरज के सिर पर भी धारदार हथियार से प्रहार किया गया था। उसके ममेरे भाई भुल्लो निवासी बलिराज की भी पिटाई करके गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। सिकंदरा रविदास टोला के युवक की भी संदिग्ध मौत हो गई थी। कहा जा रहा है कि युवक का शव 26 फरवरी 2023 को फंदे से झूलता हुआ मिला था।
बिहार विधानसभा में हंगामा
तमिलनाडु में हिंदीभाषी मजदूरों पर हमले के भाजपा ने नीतीश कुमार की सरकार को घेरा है। बिहार विधानसभा में बजट सत्र के पाँचवें दिन यानी शुक्रवार (3 मार्च 2023) को भी जमकर हंगामा हुआ। भाजपा के सदस्यों ने अन्य मुद्दों सहित तमिलनाडु में बिहारियों पर हो रहे हमले को उठाया और नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इससे पहले गुरुवार (2 मार्च 2023) को सदन में हंगामा करते हुए भाजपा के सभी सदस्य वेल में आ गए। इस दौरान वे नारेबाजी करते रहे। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने विपक्षी सदस्यों को शांत करने की कोशिश की और उन्हें अपनी जगह पर जाकर बात रखने का अनुरोध किया। बाद में भाजपा के सदस्य सदन से बाहर चले गए।
भाजपा नेता संजय जायसवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से माँग की कि वे तमिलनाडु में हिंसा के दौरान बिहार के कितने लोग मारे गए हैं, उसकी जानकारी सार्वजनिक करें। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों की दुर्दशा से वे आहत हैं।
स्टालिन के साथ भोज में शामिल होने पर तेजस्वी ट्रोल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि तमिलनाडु में अनगिनत बिहारियों की हत्याएँ हो रही हैं और उस दौरान बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तमिलनाडु जाकर वहाँ के सीएम एमके स्टालिन के साथ गलबहियाँ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव वहाँ बिहारियों की हत्या पर नहीं बोलते हैं।
भाजपा विधायक उमाकांत सिंह ने ट्वीट कर कहा कि तमिलनाडु में 12 बिहारी मजदूरों की हत्या और 50 से अधिक मजदूर घायल हो चुके है! तमिलनाडु में बिहारियों पर हो रहे हमले को लेकर भाजपा ने आज सदन से वॉकआउट किया और श्रमिक भाइयों की सुरक्षा सुनिश्चित तथा दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की माँग की है। उधर, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के 70वें जन्मदिन समारोह में शामिल होकर भोज खा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने तेजस्वी यादव को ट्रोल किया। एक यूजर ने लिखा कि तमिलनाडु में हिंदी बोलने पर बिहार के लोगों के साथ अत्याचार हुआ, जिसमें से 12 की दुखद मृत्यु हो गई। उसके बाद तेजस्वी यादव बेशर्मी से स्टालिन के साथ मिलकर जन्मदिन की पार्टी करते रहे।
खुशबू चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले हो रहे हैं। इस घटनाक्रम के दौरान उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बुधवार (1 मार्च 2023) को तमिलनाडु के CM स्टालिन के जन्मदिन समारोह में शामिल होने चेन्नई गए। इस घटना पर चाचा-भतीजा चुप हैं।
अपडेट: दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में तमिलनाडु में हिंदी भाषिक श्रमिकों की हत्या, अंगुलियाँ काटने, फाँसी पर लटकाने जैसे दावे किए गए थे। हमने स्पष्ट रूप से दैनिक भास्कर को क्रेडिट देते हुए ये दावे प्रकाशित किए थे। लेकिन राष्ट्रव्यापी विवाद के बाद दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट अपडेट करते हुए वे दावे हटा लिए हैं। चूँकि भास्कर अपनी पूर्व की रिपोर्ट में किए गए दावों से पीछे हट गया है, इसलिए हमने भी अपनी रिपोर्ट में आवश्यक बदलाव किए हैं।