पाकिस्तान के लाहौर के ज़मान पार्क में स्थित मुल्क के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का घर फ़िलहाल पुलिस और PTI समर्थकों के बीच झड़प व हिंसा का अड्डा बना हुआ है। इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए सशस्त्र बलों को भेजा गया है, लेकिन उनके समर्थक बाहर खड़े हैं और पुलिस को भीतर नहीं घुसने दे रहे। इमरान खान खुद कह चुके हैं कि उनके आदमी अब उनकी भी नहीं सुनेंगे। उन्होंने न्यायपालिका से अब उम्मीद जताई है।
साथ ही उन्होंने पाकिस्तान की सरकार से भी लोगों के हित में फैसला लेने के लिए कहा। लगातार दूसरे दिन PTI कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प चल रही है। बख्तरबंद गाड़ियों को इमरान खान के आवास की तरफ कूच कराया गया, ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। इमरान खान ने डर जताया है कि उनकी गिरफ़्तारी के नाटक के पीछे असली मंशा ये है कि उनका अपहरण कर के उनकी हत्या करा दी जाए। पुलिस द्वारा गोलीबारी के भी वीडियोज सामने आए हैं।
इमरान खान की पार्टी PTI ने ही वीडियो जारी कर दावा किया है कि उनके घर के बाहर पुलिस वाले गोलीबारी कर रहे हैं। इस्लामाबाद हाईकोर्ट में गिरफ़्तारी के आदेश के खिलाफ सुनवाई भी होनी है। पंजाब प्रांत की पुलिस का कहना है कि उसके 54 जवान घायल हुए हैं। इमरान खान ने पुछा कि उनका गुनाह क्या है? साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस तरह किसी राजनेता के घर पर हमला नहीं देखा गया। उन्होंने कहा कि वो जेल जाना चाहते हैं, लेकिन उनके समर्थक उन्हें रोक रहे हैं क्योंकि उसके बाद उनकी पार्टी के नेताओं को प्रताड़ित किया जाएगा।
इमरान खान के समर्थकों ने लाहौर में एक सरकारी पानी टंकी को भी आग के हवाले कर दिया। कई गाड़ियों को भी फूँक दिया गया। पुलिस का कहना है कि उस पर पत्थरबाजी की जा रही है। सुरक्षा कारणों से इमरान खान अदालत की कई सुनवाइयों में नहीं पहुँचे थे। इमरान खान के घर की तरफ आँसू गैस के गोले भी छोड़े जा रहे हैं। इमरान खान की पार्टी के नेताओं का कहना है कि उनके सैकड़ों समर्थन घायल हुए हैं। इमरान खान पर आतंकवाद की धाराएँ भी लगाई गई हैं।