उत्तरी पाकिस्तान में चीन के एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया है। उस पर अल्लाह के अपमान का आरोप है, जिसके बाद मुस्लिम भीड़ ने जम कर विरोध प्रदर्शन किया था। भीड़ उस पर हमले के लिए अंडा हो गई थी। आरोप है कि काम के दौरान ही उसने एक झगड़े में ईशनिंदा की। वो चीन की कंपनी ‘Gezhouba Group’ में कार्यरत है। वो दासु हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट के काम में लगा हुआ था। उसे रविवार (16 अप्रैल, 2023) की शाम को गिरफ्तार किया गया।
इस्लामाबाद से 350 किलोमीटर दूर स्थित कैम्प से उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि कोई गंभीर स्थिति न पैदा हो जाए, इसीलिए ये कार्रवाई की गई। ये घटना पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित कोहिस्तान गाँव की है। इस महीने की शुरुआत में इस कैम्प में शॉर्ट सर्किट के कारण आग भी लग गई थी। प्रोजेक्ट में काम कर रहे मुस्लिम मजदूरों ने इंजीनियर पर अल्लाह के अपमान का आरोप लगाया। इसके बाद सड़क काम कर दिया गया। चीनी कैम्प के बाहर भी बड़ी संख्या में मुस्लिम भीड़ जुटी हुई थी।
रमजान के दौरान काम काफी धीमा हो गया था, इसीलिए इंजीनियर ने मजदूरों को काम तेजी से करने की नसीहत दी थी। वहाँ से कुछ ही दूसरी पर काराकोरम हाइवे स्थित है, पाकिस्तान को चीन से जोड़ने वाला एकमात्र राजमार्ग। उसे जाम कर दिया गया। ये इलाका हिमालय पर पड़ता है। इस घटना के बाद वहाँ काम कर रहे अन्य चीनी नागरिकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा हो गया है। दंगे की स्थिति पैदा हो गई थी। अब स्थानीय मौलानाओं की बैठक में तय किया जाएगा कि पुलिस में मामला दर्ज कराना है या नहीं।
It's not just TLP or religious clerics who are responsible for fake blasphemy allegations against the Chinese engineer but also fringe outlets like Bol News and actors like Faysal Qureshi who fan the flames of hate for petty gains. It seems they purposely create such conditions. pic.twitter.com/BiV8lFYaC2
— Hamza Azhar Salam (@HamzaAzhrSalam) April 17, 2023
बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा पर मौत की सज़ा का ही प्रावधान है। इससे पहले दिसंबर 2021 में एक वीभत्स घटना सामने आई थी, जब श्रीलंका के एक फैक्ट्री मैनेजर को ज़िंदा जला दिया गया था। उस पर भी ईशनिंदा का आरोप मजदूरों ने लगाया था। पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को लेकर भी ऐसी घटनाएँ हुई हैं। 2021 में इसी इलाके में एक बस पर हुए हमले में 12 लोग मारे गए थे, जिनमें 9 चीन के नागरिक थे। 2022 में कराची में हुए एक एक आत्मघाती बम हमले में तीन चीनी शिक्षकों और उनके ड्राइवर को मार डाला गया था।