Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीतिबाढ़ पीड़ितों से आपकी काफ़ी तारीफ सुनी, दोबारा सुनने को न मिले: गिरिराज सिंह

बाढ़ पीड़ितों से आपकी काफ़ी तारीफ सुनी, दोबारा सुनने को न मिले: गिरिराज सिंह

केंद्रीय मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की समस्याएँ सुनी। इस दौरान राज्य सरकार के अधिकारी नदारद थे। गिरिराज ने फोन कर अधिकारियों से बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करने को कहा।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के बाढ़ पीड़ित इलाक़ों का दौरा किया। गिरिराज ने बाढ़ पीड़ितों की बात सुनी और इस सम्बन्ध में राज्य सरकार व अन्य अधिकारियों से बात कर उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। हालाँकि, इस दौरान वह एसडीओ पर भड़क गए और बीच सड़क उन्हें जमकर फटकार लगाई।

दरअसल, ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री से उक्त एसडीओ की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्होंने अधिकारी की क्लास लगाई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें गिरिराज ने एसडीओ को कैम्प लगाने को कहा।

बाढ़ पीड़ितों की शिकायत के बाद गिरिराज सिंह ने एसडीओ को सुनाई खरी-खरी

वायरल वीडियो में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी से कहा:

“एसडीओ साहब भला गाड़ी से क्यों उतरेंगे? वो तो बाबू हैं, साहब हैं। एसडीओ साहब बहुत बड़े आदमी हैं। मैंने बाढ़ पीड़ितों से आपकी (एसडीओ की) काफ़ी तारीफ (शिकायत) सुनी है। कोशिश कीजिए कि मुझे ये तारीफ दोबारा सुनने को न मिले। आप सरकारी अधिकारी हैं। सारे लोग आपके लिए बराबर हैं। 2016 में बाढ़ के दौरान यहाँ पीड़ितों के लिए कैम्प लगाया गया था। अगर इस बार कैम्प नहीं लगा तो मैं आपके दफ़्तर के बाहर धरना दूँगा। हम जनप्रतिनिधियों से भी ज्यादा आपका दायित्व बनता है। आप पक्षपात न करें।”

वीडियो में देखा जा सकता है कि स्थानीय लोग एसडीओ से काफ़ी नाराज़ दिख रहे हैं। गिरिराज सिंह ने बारिश में भींगते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों की समस्याओं को जाना। इस दौरान राज्य सरकार के अधिकारी नदारद रहे। गिरिराज ने फोन कर के अधिकारियों को लोगों की समस्याओं के बारे में बताया और बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करने को कहा। अधिकारियों से बात करते हुए उन्होंने उन्हें घर से बाहर निकलने और क्षेत्र में घूमने की सलाह दी।

गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्य सचिव से बात कर उन्हें लोगों की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राज्य प्रशासन से सहयोग का आश्वासन मिला है। उन्होंने राज्य सरकार से मवेशियों के लिए चारा उपलब्ध कराने की भी अपील की। उन्होंने राज्य सरकार से माँग करते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए दवाइयों और नाव की व्यवस्था की जाए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -