Monday, November 25, 2024
Homeसोशल ट्रेंडटिकटॉक, स्नैपचैट कॉपी करने के बाद अब ट्विटर की बारी: 'Threads' की लॉन्चिंग पर...

टिकटॉक, स्नैपचैट कॉपी करने के बाद अब ट्विटर की बारी: ‘Threads’ की लॉन्चिंग पर उड़ा मार्क जुकरबर्ग का मजाक, 11 साल बाद मीम ट्वीट करके की थी वापसी

एक यूजर कहता है कि जुकरबर्ग ने टिकटॉक से रील का फीचर कॉपी किया। स्नैपचैट से स्टोरी का फीचर कॉपी किया। पेड ब्लू टिक आइडिया एलन मस्क से लिया और अब पूरी ट्विटर एप की कॉपी करने के लिए थ्रेड को बना दिया है।

ट्विटर को टक्कर देने के लिए मेटा कंपनी ने थ्रेड्स को लॉन्च किया। इसी के साथ मार्क जुकरबर्ग की ट्विटर पर 11 साल बाद वापसी हुई है। उन्होंने ट्विटर पर आते ही एक मीम शेयर किया जिसमें स्पाइडर मैन की ड्रेस में खड़े दो लोग एक दूसरे को हैरानी से देख रहे हैं।

जाहिर सी बात है ये ट्विटर को और एलन मस्क को ट्रोल करने के लिए मार्क जुकरबर्ग ने किया था क्योंकि थ्रेड्स के फीचर वही है जो ट्विटर देता है। ऐसे में थ्रेड्स की लॉन्चिंग, मार्क जुकरबर्ग का आना और एक मीम शेयर होना…अब ट्विटर पर ही चर्चा का विषय बन गया है।

सोशल मीडिया यूजर्स इसपर बहुत मीम बना रहे हैं। कोई मीम के जरिए दिखा रहा है कि कैसे एक ओर एलन मस्क अपनी प्लेटफॉर्म पर लगातार चेंज लगाने की कोशिशें कर रहे हैं तो वही जुकरबर्ग भी उनकी देखा-देखी थ्रेड्स ले आए हैं।

कई यूजर कहते हैं कि मार्क जुकरबर्ग ने 11 साल में पहली बार ट्वीट किया वो भी ट्विटर को ट्रोल करने के लिए…।

जुकरबर्ग के ट्वीट को अब तक 1 करोड़ से ज्यादा लोग देख चुके हैं। कुछ लोग तो मार्क जुकरबर्ग पर हर चीज कॉपी करने का इल्जाम भी लगा रहे हैं। एक यूजर कहता है कि जुकरबर्ग ने टिकटॉक से रील का फीचर कॉपी किया। स्नैपचैट से स्टोरी का फीचर कॉपी किया। पेड ब्लू टिक आइडिया एलन मस्क से लिया और अब पूरी ट्विटर एप की कॉपी करने के लिए थ्रेड्स को बना दिया है।

जुकरबर्ग ने इस प्लेटफॉर्म को रिलीज करते हुए कहा कि उनका विजन इंस्टाग्राम की सर्वोत्तम चीजों को लेकर एक ऐसा अनुभव तैयार करना है जहाँ लोग अपने विचारों को भी टेक्स्ट के माध्यम से डिस्कस कर पाएँ जो उनके दिमाग में चल रही हैं। जुकरबर्ग ने इसे लॉन्च करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि वर्ल्ड को फ्रेंडली माहौल की जरूरत है। मुझे खुशी है जो लोग थ्रेड्स का पहले ही दिन से पार्ट बने। अब ये ऐप एप्लीकेशन स्टोर पर उपलब्ध है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

60% मुस्लिम, कॉन्ग्रेस के हुसैन परिवार का दबदबा… कुंदरकी जैसी ही है सामागुरी में BJP की जीत भी: असम-मेघालय में NDA का क्लीन स्वीप

असम की सामागुरी सीट पर बीजेपी को मिली जीत खास चर्चा का विषय रही। यह सीट मुस्लिम बहुल क्षेत्र में आती है और इसे कॉन्ग्रेस का गढ़ माना जाता था।

दिल पर पत्थर रखो या पहाड़ आरफा बीबी, पर सच तो यही है कि मंदिरों पर गढ़ी गई हैं मस्जिदें, तुम्हारे पुरखे भी हैं...

संभल हिंसा मामले को नया मोड़ देने के लिए आरफा खानुम शेरवानी ने पत्थरबाजी करने वाली भीड़ की करतूत को जायज दिखाते हुए कोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं।
- विज्ञापन -