टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़ फैंस का दिल एक बार फिर जीत लिया। यशस्वी के शतक से खुश हो उनके पिता काँवड़ यात्रा के लिए निकल पड़े हैं। वहीं दूसरी ओर उनका परिवार यशस्वी की इच्छा पूरी करते हुए पुराने मकान को छोड़ नए घर में शिफ्ट हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल के शतक लगाने से बेहद से उनके पिता भूपेंद्र जायसवाल बेहद खुश हुए। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के भदोही से काँवड़ लेकर उत्तराखंड के बैजनाथ धाम को निकल चुके हैं। उनकी काँवड़ लिए फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि भूपेंद्र जायसवाल उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड तक पैदल यात्रा करेंगे।
Yashasvi Jaiswal's father went on a kanwar yatra travelling on foot from UP to Uttarakhand to pray for Yashasvi's success. pic.twitter.com/hxchthQgI6
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) July 15, 2023
काँवड़ यात्रा के लिए निकलने से पहले भूपेंद्र जायसवाल ने कहा है कि उनकी भोलेनाथ से प्रार्थना है कि उनका दोहरा शतक मारे। बेशक यशस्वी जायसवाल पहले टेस्ट मैच में दोहरे शतक से चूक गए हों। लेकिन 20 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में उनके पास दोहरा शतक जड़ने का एक और मौका होगा।
यशस्वी की जिद के आगे झुका परिवार
यशस्वी जायसवाल टेस्ट सीरीज के लिए वेस्टइंडीज दौरे पर हैं। जब वह अपने टेस्ट करियर की शुरुआत कर शतक की ओर बढ़ रहे थे तब उनका परिवार यशस्वी की इच्छा पूरी करने में जुटा हुआ था। दरअसल, यशस्वी पुराने मकान को छोड़कर नए घर में शिफ्ट होना चाहते थे। वह हमेशा से ही घरवालों से नए घर में शिफ्ट होने की बात करते थे। हालाँकि, अब उनका परिवार किराए के मकान से मुंबई में 5BHK के एक फ्लैट में शिफ्ट हो गया है।
इंडियन एक्सप्रेस से हुई बातचीत में यशस्वी के भाई तेजस्वी ने कहा है, “यशस्वी हमसे लगातार यह कहता था कि प्लीज जल्दी शिफ्ट हो जाओ। अब मैं इस घर में नहीं रहना चाहता। टेस्ट मैच के दौरान भी वह हमसे घर शिफ्टिंग को लेकर सवाल कर रहा था। पूरी जिंदगी में उसकी एक ही इच्छा था कि अपना घर हो। सबको पता है कि वह किन परिस्थितियों में रहा है। वह मुंबई में खुद का घर होने के महत्व को समझता है।”