प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (1 अक्टूबर, 2023) को तेलंगाना में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और विशाल जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में तेलंगाना के लोगों ने लोकसभा, विधानसभा और निकाय चुनाव में भाजपा को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि यहाँ जो जनसैलाब दिख रहा है, उससे वो आश्वस्त हैं कि तेलंगाना के लोगों ने बदलाव का अपना इरादा पक्का कर लिया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने जनता से स्वच्छता के कार्यक्रम से जुड़ने का आह्वान करते हुए ये भी कहा कि वे भी 1 घंटा निकाल कर इस अभियान में शामिल हों। प्रधानमंत्री ने इस दौरान एक बड़ी घोषणा की कि भारत सरकार मुलुगु जिले में जो सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना करने जा रही है, उसका नाम जनजातीय देवियाँ सम्मक्का-सारक्का के नाम पर रखा जाएगा। महबूबनगर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नागपुर-विजयवाड़ा कॉरिडोर के जरिए तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में आवाजाही बहुत आसान होने वाली है।
उन्होंने बताया कि इसके कारण इन तीनों राज्यों में व्यापार, पर्यटन और उद्योग-धंधों को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस दौरान कृष्णा स्टेशन से हैदराबाद (काचेगुडा) – रायचूर – हैदराबाद (काचेगुडा) ट्रेन सेवा का उद्घाटन भी किया। प्रधानमंत्री ने 13,500 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने हल्दी किसानों के लिए ‘National Turmeric Board’ के गठन की बड़ी घोषणा भी की।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के बाद हल्दी की डिमांड बढ़ी, इसीलिए हल्दी किसानों को ये सरकार का बहुत बड़ा तोहफा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन सम्मक्का-सारक्का का जिक्र किया, उनका कोया जनजातीय समाज में बड़ा स्थान है और उनकी पूजा की जाती है। हर साल उनके सम्मान में त्योहार मनाया जाता है। पीएम ने कहा कि हम अपने अन्नदाताओं को सम्मान दे रहे हैं, उनकी मेहनत का सही मूल्य दे रहे हैं।
वहीं उन्होंने याद दिलाया कि 2014 में कॉन्ग्रेस की सरकार के समय तेलंगाना के किसानों से धान की MSP पर खरीद पर 3400 करोड़ खर्च किए गए थे लेकिन भाजपा की सरकार में 1 साल में 27,000 करोड़ रुपए किसानों के लिए खर्च किए हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान जानकारी दी कि 2014 में एलपीजी कनेक्शनों की संख्या लगभग 14 करोड़ थी, अब यह बढ़कर 32 करोड़ से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना की धरती वीरांगनाओं की धरती है, यहाँ की माताओं-बहनों के वोट ने मोदी को मजबूत किया है, जिसने देश भर की महिलाओं को सशक्त किया।