टीसीएस में 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में 29,287 कर्मचारियों की भर्तियाँ की गई, जबकि बेंगलुरू की इंफोसिस ने 24,016 सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल्स को जॉब पर रखा। वित्त वर्ष 2018-19 में इन दोनों कंपनियों ने 53,303 नए कर्मचारियों को जोड़ा।
हिलाल 30 मार्च 2019 को जम्मू-कश्मीर के बनिहाल में आत्मघाती कार बम हमले की योजना बनाने में शामिल था। उसका संबंध हिजबुल मुजाहिदीन की ब्रांच इस्लामी जमात तोलबा के साथ है और जम्मू-कश्मीर पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी।
अतीक अहमद पर आरोप है कि उसने दिसंबर 2018 में व्यापारी मोहित जायसवाल को अपने सहयोगियों के द्वारा अपहरण करवा लिया था और जेल में लाकर उसके साथ मारपीट की थी। सुप्रीम कोर्ट ने अतीक को गुजरात के जेल में ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया है।
जब एक काले कुत्ते को सीढियाँ चढ़ते वक़्त दिख गया कॉन्ग्रेस का झंडा... और फिर उसने जो किया, वो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया... लोग इसे जम कर शेयर कर रहे हैं। आप भी मज़े लीजिए इस वीडियो का।
पहला अर्द्धशतक उन्होंने 'धीमा' खेलते हुए बनाया - 15 गेंदों में। फिर न जाने क्या हुआ और किन-किन गेंदबाजों के साथ हुआ, अगले 10 गेंदों में उनका शतक बन चुका था। मतलब कुल 25 गेंदों में शतक - मतलब दूसरा अर्द्धशतक भयंकर 'तेज' खेलते हुए। जॉर्ज मुनसे ने जो खेल दिखाया, ICC को भी...
युवक ने शिकायत की थी कि उसने एक विशेष उम्मीदवार को वोट दिया था लेकिन वीवीपैट में किसी अन्य उम्मीदवार को वोट जाता हुआ दिखा। इसके बाद पीठासीन अधिकारियों व पोलिंग एजेंट्स की मौजूदगी में एक 'टेस्ट वोटिंग' आयोजित किया गया। शिकायत झूठी पाने पर धारा 177 के तहत...
इन नेताओं ने क्राइस्टचर्च हमले के वक़्त ख़ासकर 'मुस्लिम समाज' के प्रति अपनी संवेदनाएँ दिखाई थी और उसे आतंकी वारदात भी कहा था। थेरेसा मे ने जहाँ क्राइस्टचर्च हमले को एक 'भयानक आतंकी हमला बताया था वहीं श्री लंका में हुए बम ब्लास्ट्स को 'हिंसा की वारदात बताया।
कुछ हफ्ते पहले ही आयकर विभाग ने हिंदुस्तान पावर प्रोजेक्ट्स नामक कंपनी के खिलाफ छापेमारी कई शहरों में की थी। बताया जाता है कि ये कंपनी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे के नाम पर है।
वकीलों के एसोसिएशन ने आरोपों की निष्पक्ष जाँच के लिए फुल कोर्ट की अध्यक्षता में कमिटी गठन करने की माँग की है। वहीं दूसरी ओर न्यायालय के कर्मचारी कल्याण संगठन ने प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई का समर्थन किया है।
लश्कर लगातार भारत को चारों ओर से घेरने की कोशिश में पड़ोसी देशों में अपना आधार मज़बूत करने के लिए बेस कैम्प बनाता रहा है। श्री लंका में भी उसने ऐसा ही किया। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि लश्कर के इन प्रयासों से स्थानीय आतंकी संगठन तोहीद को मदद मिली हो।