महाराष्ट्र में कॉन्ग्रेस के नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार आतंकी अजमल कसाब को फाँसी के तख्ते पर पहुँचाने वाले वकील उज्ज्वल निकम को 'देशद्रोही' कह रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रहते AR अंतुले ने 26/11 के पीछे 'हिंदुत्व ताकतों' का हाथ बताया था। दिग्विजय सिंह जैसों ने इसे 'RSS की साजिश' कहा था। कॉन्ग्रेस का हाथ, पाकिस्तान के साथ?
राहुल गाँधी रायबरेली जीतने में कामयाब भी रहते हैं पर इससे वह दाग नहीं धुलेगा कि उनमें अमेठी के मैदान में अब स्मृति ईरानी का मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है।
कॉन्ग्रेस हिंदुओं से जीते-जी उनकी दौलत छीन कर बाँट देगी, तो मरने के बाद उनकी संपत्ति का 55 प्रतिशत हिस्सा भी ले लेगी। वारिसों को सिर्फ 45% हिस्सा ही मिलेगा।
जवानों को जंगलों में ख़ाक छाननी होती है, अपनी जान खतरे में डालनी होती है, परिवार से दूर रहना पड़ता है - तब जाकर नक्सल वारदातें कम होती हैं और आम लोग चैन से सोते हैं। भूपेश बघेल जैसे नेता ये नहीं समझते।
नेहरू ने अक्साई चीन के बारे में जो कहा था, कच्चातिवु को लेकर दिग्गी राजा ने वही दोहराया है। उनके लिए भारतीय मछुआरों की समस्याएँ 'बेकार की बातें' हैं। तमिलनाडु की राजनीति पर पड़ेगा प्रभाव? उधर भाजपा सरकार सीमाओं पर इंफ़्रास्ट्रक्चर मजबूत करने में लगी है।
लोकसभा चुनाव 2024 में टिकटों का बँटवारा अखिलेश यादव के लिए सिरदर्द बन चुका है। एक नहीं, दो नहीं बल्कि कई सीटों पर सपा ने प्रत्याशी बदले हैं। कुछ सीटों पर तो 3-3 बार...