जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक सुरंग में काम कर रहे लोगों के कैंप पर अंधाधुंध गोलियाँ चलाईं जिसके बाद हमले में 7 लोगों की मौत हो गई। इनमें कई गैर-कश्मीरी और एक डॉक्टर भी शामिल हैं।
70 साल के विनोद मिश्रा उस इस्लामी भीड़ की हिंसा के पीड़ित हैं, जिसने रामगोपाल मिश्रा की हत्या की। लेकिन बहराइच पुलिस उन जैसे चश्मदीदों के कहे की जाँच करने की जगह मीडिया संस्थानों को धमकाने पर उतारू है।
RCMP के ये बयान तब आए जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था।