पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। शनिवार (16 नवंबर) को कथित ‘ईशनिंदा’ का आरोप लगाते हुए इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदू घरों पर हमले किए, जिससे इलाके में तनाव फैल गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने बड़े पैमाने पर हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की। बेलडांगा के एक व्यक्ति पहचान न बताने की शर्त पर बताया कि घटनास्थल पर देसी बम फेंके गए और 20 से अधिक हिंदू घायल हुए। हालाँकि मीडिया द्वारा जारी आँकड़ों में सिर्फ 6 लोगों के घायल होने की पुष्टि की गई है। पुलिस का दावा है कि इस हिंसा में कोई जान नहीं गई।
Do you have the guts to reveal the identity of the 'two groups' who clashed over 'some condemnable mischief'?
— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) November 18, 2024
Also, clash means a violent confrontation between two parties, but what happened in Beldanga is at the best can be described as a concerted attack by one party on the… https://t.co/FwklnDa7GB pic.twitter.com/AuW9VnoLJs
घटनास्थल पर अब तक 17 गिरफ्तारियाँ हुई हैं, जिनमें से 8 आरोपितों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया है।
स्थानीय प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 167 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है, जिससे पाँच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है। इंटरनेट सेवाएँ अभी भी निलंबित हैं।
तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) सरकार के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि बेलडांगा में स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन स्थानीय सूत्रों ने इस दावे को खारिज किया है।
Beldanga, a predominantly Musl!m area, has witnessed its third such attack this year.
— Bloody Media (@bloody_media) November 18, 2024
The pandal’s lighting system owner was also Musl!m.
Was this attack on Hindus pre-planned?@NIA_India A thorough investigation could reveal potential terror links. pic.twitter.com/GBtzVycJrQ
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने सोमवार (18 नवंबर 2024) को कहा, “बेलडांगा में एक भड़काऊ घटना के कारण हिंसा हुई। हालाँकि, अब वहाँ शांति है। कुछ ‘दुष्ट ताकतें’ लोगों को भड़काने की कोशिश कर रही हैं।” उन्होंने दावा किया कि यही दुष्ट ताकतें भ्रम फैला रही हैं और हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इंटरनेट सेवाएँ बंद होने की वजह से हिंसा के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर नहीं पहुँच पा रही हैं, जिससे घटना की पूरी सच्चाई बाहर नहीं आ रही।
इसी बीच, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी से इस घटना पर ‘कार्रवाई रिपोर्ट’ माँगी है। पीटीआई से बातचीत में एक अधिकारी ने बताया कि “राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से तुरंत कार्रवाई रिपोर्ट माँगी है। वह इस घटना से बेहद आहत हैं और अपनी नाराजगी जाहिर की है। यदि आवश्यकता पड़ी, तो राज्यपाल बेलडांगा का दौरा कर सकते हैं।”
राज्यपाल सीवी आनंद बोस इस मामले पर राजभवन से नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने अपनी बाकी सभी व्यस्तताएँ रद्द कर दी हैं ताकि बेलडांगा की स्थिति का पूरा जायजा लिया जा सके।