Tuesday, November 19, 2024
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PM मोदी ने नहीं किया अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप: ‘अबकी बार ट्रम्प सरकार’ पर कॉन्ग्रेस, मीडिया गिरोहों ने फैलाया झूठ

अक्टूबर 2016 में, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी के 2014 के लोकप्रिय चुनावी नारे, 'अबकी बार, मोदी सरकार' का उपयोग करते हुए, डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था, 'अबकी बार, ट्रम्प सरकार' Howdi Modi में प्रधानमंत्री ने ट्रम्प द्वारा उपरोक्त अभियान के नारे को याद किया लेकिन.....

ह्यूस्टन, टेक्सास में आयोजित मेगा इवेंट में कल रात प्रधानमंत्री मोदी ने दर्शकों को याद दिलाया कि कैसे 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान, डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में भारतीय प्रवासी मतदाताओं से अपील करते हुए ‘अबकी बार ट्रम्प सरकार’ कहा था।

पीएम मोदी ने कहा, “हम भारत में राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ अच्छी तरह से जुड़े हैं, उम्मीदवार ट्रम्प के शब्द, ‘अबकी बार ट्रम्प सरकार’, स्पष्ट हैं।” अक्टूबर 2016 में, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान, तत्कालीन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रम्प थे, उन्होंने कहा था कि अमेरिका में भारतीय और हिन्दू समुदाय का ‘दोस्त’ व्हाइट हाउस में होगा। फिर, प्रधानमंत्री मोदी के 2014 के लोकप्रिय चुनावी नारे, ‘अबकी बार, मोदी सरकार’ का उपयोग करते हुए, डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था, ‘अबकी बार, ट्रम्प सरकार’ (इस बार, यह एक ट्रम्प सरकार होगी)।

कल रात, अमेरिका में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प द्वारा उपरोक्त अभियान के नारे को याद किया।

हालाँकि, कॉन्ग्रेस नेताओं और अन्य मीडिया गिरोहों ने मिलकर झूठ फैलाया कि पीएम मोदी ने 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प का समर्थन किया।

कॉन्ग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी पर ट्रम्प के लिए सक्रिय रूप से प्रचार करने का आरोप लगाया और ट्वीट किया और उन्हें यह याद दिलाने की कोशिश की कि वह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अमेरिका गए थे न कि अमेरिकी चुनावों में स्टार प्रचारक के रूप में।

द हिंदू की को-चेयरपर्सन मालिनी पार्थसारथी ने इसे डोनाल्ड ट्रम्प के रीइलेक्शन के लिए ‘वर्चुअल एंडोर्समेंट’ के रूप में घोषित कर दिया।

सागरिका घोष भी झूठ फैलाने में इस फेहरिस्त में शामिल हो गईं।

अचंभे वाली बात तो यह है कि सागरिका के लेख में स्पष्ट रूप से यह लिखा गया कि पीएम मोदी 2016 के चुनावी नारे का उपयोग कर रहे थे। जिसका सीधा सा मतलब साफ़ निकलकर सामने आता है कि पीएम मोदी आने वाले चुनाव के संदर्भ में बात नहीं कर रहे थे।

पीएम मोदी द्वारा इस्तेमाल किए गए नारे को ब्लूमबर्ग ने भी 2020 के चुनाव के लिए ट्रम्प के समर्थन के रूप में ग़लत तरीके से समझा और प्रस्तुत किया।

अन्य लोगों ने भी यह कहते हुए अपनी अज्ञानता को उजागर किया कि यह पीएम मोदी थे जिन्होंने अब की बार ट्रम्प सरकार का नारा गढ़ा था।

आम आदमी पार्टी के अरविंद झा ने इसे ‘अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप’ करार दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कल रात ह्यूस्टन, टेक्सास में भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारे साथ एक महत्वपूर्ण शख्स मौजूद हैं, इन्हें किसी पहचान की जरूरत नहीं है। इनका नाम धरती का हर व्यक्ति जानता है।”

पीएम मोदी ने इस दौरान विश्व की एनर्जी कैपिटल कहे जाने वाले ह्यूस्टन में अमेरिकी कॉन्ग्रेस के कई नेताओं से मुलाक़ात की। कार्यक्रम में 50,000 लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को अमेरिका के बड़े नेता और अमेरिका के ‘हाउस मेजोरिटी लीडर’ स्टेनी होयर ने भी सम्बोधित किया। होयर ने इस दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की बात की और पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में बात की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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