Friday, November 15, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकमीडिया फ़ैक्ट चेकNDTV पत्रकार ने 'प्रियंका गाँधी के 1000 बस' के नाम पर शेयर की कुंभ...

NDTV पत्रकार ने ‘प्रियंका गाँधी के 1000 बस’ के नाम पर शेयर की कुंभ मेले के बसों की तस्वीर

उमाशंकर सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, "बढ़िया खबर" यूपी सरकार ने कॉन्ग्रेस की तरफ़ से भेजी गई बसों को चलाने की इजाज़त दे दी है।"

NDTV ने एक बार फिर अपनी पहचान के मुताबिक सरकार के खिलाफ अपना एजेंडा चलाते हुए एक फोटो से लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की है, जिसमें यूपी सरकार की ओर से कॉन्ग्रेस द्वारा भेजे जाने वाली बसों की खबर को उस फोटो के साथ शेयर किया गया, जिस फोटो को हम सभी ने पिछले वर्ष प्रयागराज में लगे कुंभ मेले में सबसे लंबी बस परेड का विश्व रिकॉर्ड बनने के दौरान देखा था।

यह कोई पहला मौका नहीं है, जब NDTV ने सरकार विरोधी एजेंडा चलाने की कोशिश की हो, लेकिन इस बार खास बात यह है कि NDTV ने चाटुकारिता की सारी हदों को पार कर दिया। इस काम को बखूबी अंजाम देने के लिए रवीश कुमार को नहीं बल्कि NDTV के पत्रकार उमाशंकर सिंह को आगे आना पड़ा।

उमाशंकर सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “बढ़िया खबर” यूपी सरकार ने कॉन्ग्रेस की तरफ़ से भेजी गई बसों को चलाने की इजाज़त दे दी है।”

उमाशंकर द्वारा लोगों को भ्रमित करने वाली शेयर की गई फोटो को देखते ही यूजर्स ने उमाशंकर को निशाने पर ले लिया। @VishwakarmaAjju नाम के यूजर ने लिखा, “ये बसें कुंभ मेले की है वाड्रा की बसें गंठोली में खड़ी है जिनके details अभी तक नहीं दे पाए हो तुम सब लोग”

@indiaunited01 नाम के यूजर ने उमाशंकर की पत्रकारिता पर सवाल खड़ा करते हुए लिखा, “चाटुकारिता की हद है।”

@Heera51059946 नाम के यूजर ने तो उमाशंकर को दरबारी पत्रकार तक कह डाला और लिखा, “जय हो दरबारी पत्रकार पुरानी फोटो डालकर हक अदा कर रहे हो”

इसके बाद खुद बदनाम होता देख उमाशंकर सिंह ने एक दूसरा ट्वीट किया और अपने ही पहले ट्वीट पर सफाई देते हुए लिखा, “ये एक सांकेतिक तस्वीर है। कॉन्ग्रेस ने 1000 बसें भेजी हैं। सड़क पर मज़दूरों के कुंभ को कम करने के लिए। इसलिए कुंभ से जुड़ी इस तस्वीर को शुभ चिन्ह के तौर पर लीजिए। गाली गलौज करने वाले तो किसी भी बात पर करते हैं। उनका लोड नहीं लेता। मज़दूरों के साथ जो खड़ा है, हम उनके साथ खड़े हैं।”

इसके बाद @kumarsanjeev60 नाम के यूजर ने लिखा, “आप तो प्रियंका गाँधी की चमचागिरी कर रहे थे, जब पकड़े गए तो फिर सफाई, अगर आपके खबर में दम है तो भूल सुधारते हुए कॉन्ग्रेस द्वारा चलाए जा रही बस की तस्वीर ही डाल दीजिए।”

@iambhaskarrai नाम के यूजर ने लिखा, “बहुत बड़के वाले पत्तलकार हो गए हैं सिंह साहब…पिछले कुछ दिनों से गलत-गलत फोटो डाल रहे हैं जब कोई सवाल करता है तब उसपे बड़ी ही चतुराई से पत्तलकारिता कर के निकल जाते हैं…अगर यह फोटो सांकेतिक और शुभ के लिए था तो उस ट्वीट में पर्याप्त जगह थी उसी में लिख देते अलग से ट्वीट क्यूँ।”

दरअसल जिस फोटो को NDTV के पत्रकार उमाशंकर सिंह ने पोस्ट किया था वह फोटो प्रयागराज में पिछले वर्ष लगे कुंभ मेले में 28 फरवरी, 2019 का है, जहाँ विश्व की सबसे लंबी बस परेड का वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया गया। कुंभ मेले के आयोजन के बीच उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से कुंभ की 503 शटल बसों को शहर के एक 3.2 किमी लंबे रूट पर एक साथ संचालित कराया गया था। बसों के इस लंबे बेड़े को विश्व का सबसे बड़ी बस परेड बताते हुए इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘भंगी’, ‘नीच’, ‘भिखारी’ जातिसूचक नहीं, राजस्थान हाई कोर्ट ने SC/ST ऐक्ट हटाया: कहा- लोक सेवकों की जाति के बारे में अनजान थे आरोपित, कोई...

राजस्थान हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि 'भंगी', 'नीच', 'भिखारी', 'मंगनी' आदि किसी जाति के नाम नहीं है।

UPPSC अब कैसे लेगा RO-ARO और PCS की परीक्षा, पुराने पैटर्न को मंजूरी देने के बाद कैसे होगा एग्जाम, क्या होगी नई तारीख: जानें...

आयोग के प्री परीक्षा को एक दिन में करवाने पर सहमत होने और RO/ARO को लेकर विचार करने के बाद भी अभ्यर्थी प्रयागराज से नहीं हिल रहे हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -