Saturday, November 16, 2024
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बिहार में बाढ़… लेकिन कॉन्ग्रेस ने शेयर की बंगाल की तस्वीर: लोगों ने कहा- वोट ना मिले तो EVM का रोना मत रोना

ये लोग पुरानी तस्वीरें शेयर करते हैं और जब जनता इन कारनामों के कारण इन्हें वोट नहीं देती तो ये ईवीएम हैक होने का रोना रोते हैं। बिहार कॉन्ग्रेस ने पश्चिम बंगाल और बिहार के बीच का अंतर ही नहीं समझा, जिससे लोग उससे नाराज़ दिखे।

कॉन्ग्रेस पार्टी की स्थिति अब ये हो गई है कि वास्तविक समस्याओं के बारे में आवाज़ उठाने के लिए भी अब उसे पुरानी या फेक तस्वीरों का सहारा लेना पड़ रहा है। अबकी उसने बिहार में बाढ़ की समस्या को दिखाने के लिए किसी अन्य राज्य की पुरानी तस्वीर शेयर की। ये कारनामा बिहार कॉन्ग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा किया गया। पार्टी ने नीतीश कुमार की सरकार की आलोचना के लिए ऐसा किया।

बिहार कॉन्ग्रेस ने बाढ़ में सड़क पर फँसी गाड़ियों और एक महिला की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “नीतीश कुमार का सुशासन पानी में तैर रहा है। मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहार शरीफ और पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की लिए चुना गया था, जो आज भी बरसात के पानी और जलभराव से परेशान है। बिहार का संकल्प, बदलाव ही विकल्प।” ध्यान से देखने पर पता चलता है कि तस्वीर में दिख रही गाड़ी का नंबर प्लेट पश्चिम बंगाल का है।

ट्विटर पर अंकुर सिंह ने कॉन्ग्रेस के इस झूठ का पर्दाफाश किया। उन्होंने स्टॉक फोटोग्राफी एजेंसी Alamy की वेबसाइट पर इस तस्वीर को खोज निकाला। दरअसल, ये तस्वीर बिहार की है ही नहीं। ये पश्चिम बंगाल की है। इसे वेबसाइट पर ‘बंगाल बाढ़’ की कैटेगरी में रखा गया है। जानकारी दी गई है कि ये हाल ही में आए ‘अम्फान’ तूफ़ान की फोटो है, जिसके कारण पश्चिम बंगाल में लोग सड़क पर फँसे हुए हैं।

ट्विटर यूजरों ने भी बिहार कॉन्ग्रेस को इस तस्वीर के लिए जम कर धोया। एक यूजर ने लिखा कि ये लोग पुरानी तस्वीरें शेयर करते हैं और जब जनता इन कारनामों के कारण इन्हें वोट नहीं देती तो ये ईवीएम हैक होने का रोना रोते हैं। बिहार कॉन्ग्रेस ने पश्चिम बंगाल और बिहार के बीच का अंतर ही नहीं समझा, जिससे लोग उससे नाराज़ दिखे। कॉन्ग्रेस के झूठ का पर्दाफाश होने के बाद उसकी जम कर आलोचना हुई।

जहाँ तक बिहार में बाढ़ की बात है, इसने सच में विकराल रूप ले लिया है और सरकार पूरी तरह विफल नज़र आ रही है। कुल 45 लाख लोग प्रभावित हैं। दरभंगा स्थित कुशेश्वर स्थान का पूरा थाना ही बाढ़ में डूबा हुआ है और एक पेड़ के नीचे से पुलिस का कामकाज चल रहा है। गोपालगंज और पूर्वी चम्पारण में बाँधों के टूटने के बाद लाखों लोग बेघर हो गए हैं। राहत कार्य न के बराबर हो रहे हैं और जनप्रतिनिधि जनता की सुध नहीं ले रहे।

इससे पहले मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस के नेता जीतू पटवारी ने आरोप लगाया था कि देश की जनता के रुपयों से पीएम मोदी अपनी सुविधाएँ बढ़ा रहे हैं और वो भोग-विलास की वस्तुओं से लैस विमान में ही यात्रा करते हैं। जीतू पटवारी ने जिस 787 जेट की तस्वीर शेयर की थी, वो प्राइवेट है, पीएम मोदी की नहीं है। उसे दुनिया का पहला ‘787 ड्रीम जेट’ बताया गया है, जिसका प्रबंधन सितम्बर 2016 से ही डियर जेट नामक कम्पनी करती आ रही है। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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