कोरोना वायरस की महामारी के कारण जारी देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अन्य राज्यों में फँसे हुए लोगों का राजनीतिकरण करने के लिए कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से लेकर कॉन्ग्रेस आईटी सेल पूरा जोर लगा रहा है
यही वजह है कि कॉन्ग्रेस के द्वारा सोशल मीडिया पर बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की तस्वीरों के जरिए झूठ का सहारा लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
‘दलित कॉन्ग्रेस’ नाम के ट्विटर एकाउंट से एक ऐसी तस्वीर शेयर की गई है, जिसमें एक व्यक्ति को अपनी पीठ पर बूढ़ी महिला को ले जाते हुए देखा जा सकता है। कॉन्ग्रेस के इस ट्विटर अकाउंट में बताया गया है कि यह कॉन्ग्रेस का SC विभाग है।
Why’s official Congress handle is sharing pics from Bangladesh to attack Modi govt?
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) May 12, 2020
Image is of 2017-https://t.co/XBvrSZBYd0 https://t.co/Lw0CLO1M09 pic.twitter.com/EiLKv83FdR
इस ट्वीट में लिखा है – “@narendramodi जी, क्या आप इनके चेहरे की बेबसी को आप पढ़ पा रहे हैं?”
ऐसे ही कॉन्ग्रेस के ही एक अन्य ट्विटर एकाउंट – ‘हिमाचल प्रदेश कॉन्ग्रेस सेवादल’ द्वारा भी एक पोस्ट में यही तस्वीर ‘रोने वाली तीन इमोजी’ के साथ शेयर की गई है। जिसके साथ लिखा है- “आज देश के शासक ने क्या हालत कर दी, एक मजबूर माँ ..!! #HappyMotherDay” कुछ तो करो सरकार..”
आज देश के शासक ने क्या हालत कर दी ,एक मजबूर माँ ..!!
— Himachal Pradesh Congress Sevadal (@SevadalHP) May 10, 2020
😭😭😭😭#HappyMotherDay pic.twitter.com/kYzPXpPTIX
बांग्लादेशी रोहिंग्याओं की तस्वीर शेयर कर रही है कॉन्ग्रेस
उल्लेखनीय है कि फर्जी तस्वीर के द्वारा सरकार की कार्यशैली पर भ्रम पैदा करने के लिए कॉन्ग्रेस ने जिन दोनों एकाउंट का इस्तेमाल किया है वो ट्विटर द्वारा भी सत्यापित हैं।
जिस तस्वीर को कॉन्ग्रेस के ये एकाउंट शेयर कर रहे हैं वो बांग्लादेशी रोहिंग्याओं की है। श्रीवास्तव (Srivastava), जो कि कर्नाटक, कॉन्ग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी हैं, ने भी इन्टरनेट से रेंडम तस्वीरें उठाकर शेयर करते हुए लिखा है कि भारतीय रेलवे ईस्ट इंडिया कम्पनी से भी बदतर हैं।
Indian Railways is worse than East India Company
— Srivatsa (@srivatsayb) May 12, 2020
🔸Charged tickets for poor labourers
🔸Rajdhani fares for special trains
🔸Cancellation charge is 50%
🔸Arogya Setu App compulsory for travel
Can these poor people install an app? Shame on you @narendramodi & @PiyushGoyal pic.twitter.com/lJR1efG6Cu
ऐसे में सवाल यह है कि जब ये तस्वीरें भारत की ही नहीं हैं तो फिर कॉन्ग्रेस और उसके कार्यकर्ता इन तस्वीरों में भारत सरकार के बजाए बांग्लादेश की सरकार को टैग करते हुए सवाल क्यों नहीं कर रहे हैं? और यदि ये भारत की तस्वीरें ही नहीं हैं तो फिर कॉन्ग्रेस फर्जी तस्वीरें, फेक ख़बरें शेयर कर क्या साबित करने का प्रयास कर रही है?
वास्तव में मीडिया मैनेजमेंट में लगी हुई कॉन्ग्रेस निरंतर ही कोरोना वायरस की महामारी से पीड़ितों के माध्यम से अपनी राजनीति को नई दिशा देने का मौका तलाश रही है। यही वजह है कि जहाँ पहले उसने अपने खर्चे से श्रमिकों को घर भेजने का झूठा और फर्जी दावा किया, वहीं अब रोहिंग्याओं को अपने झूठ का सहारा बना रहा है।