उत्तर प्रदेश प्रभारी व कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में गन्ने का बकाया भुगतान न होने को लेकर एक बार फिर से झूठ फैलाया। प्रियंका गाँधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा कि 14 दिन में भुगतान एवं आय दुगनी का वादा जुमला निकला। प्रियंका गाँधी ने ट्वीट में लखीमपुर खीरी के एक किसान आलोक मिश्रा का भी जिक्र किया।
प्रियंका गाँधी ने बुधवार (फरवरी 17, 2021) को ट्वीट करते हुए लिखा, “लखीमपुर खीरी के किसान आलोक मिश्रा का 6 लाख रुपए का गन्ना भुगतान बकाया है। उनको खेती, इलाज आदि के लिए 3 लाख का लोन लेना पड़ा। 10,000 करोड़ का भुगतान फँसा होने के चलते यूपी के लाखों किसानों का यही हाल है। 14 दिन में भुगतान एवं आय दुगनी का वादा जुमला निकला।”
प्रियंका के ट्वीट में जिस किसान आलोक मिश्रा का ज़िक्र है वो कह रहे हैं कि प्रियंका वाड्रा को सही खबर पढ़कर रिएक्शन देना चाहिए। मुझे पिछले साल का पूरा भुगतान मिल गया है। pic.twitter.com/hFG83fjDr1
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) February 17, 2021
इस ट्वीट के सामने आने के बाद एबीपी न्यूज की पत्रकार रुबिका लियाकत ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, “प्रियंका के ट्वीट में जिस किसान आलोक मिश्रा का ज़िक्र है वो कह रहे हैं कि प्रियंका वाड्रा को सही खबर पढ़कर रिएक्शन देना चाहिए। मुझे पिछले साल का पूरा भुगतान मिल गया है।”
ऐसा है, मर्म दिखता नहीं, महसूस होता है… और उसी मर्म को समझने @ABPNews पहुँचा तो झूठ से पर्दा हटा… अब सच..आपकी राजनीति को ठेस पहुँचा रहा है तो मैं क्या करूँ? वैसे आलोक मिश्रा का मर्म संलग्न कर रहीं हूँ ख़ास आपके लिए https://t.co/MeTUD1NUmD pic.twitter.com/t5eg0zGrBk
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) February 17, 2021
इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए यूपी कॉन्ग्रेस ने लिखा, “आप जैसे गोदी पत्रकारों को मर्म नहीं दिखता। जिस खबर का जिक्र किया गया है उसमें साफ लिखा है कि किसानों को 14 दिन में भुगतान का वादा किया गया था। साल बीत जाते हैं लेकिन किसानों को भुगतान नहीं मिलता, कर्ज लेना पड़ता है। किसान गन्ना की खेती छोड़ रहे हैं।”
इसके जवाब में रुबिका लियाकत ने आलोक मिश्रा के बयान का वीडियो ट्वीट किया। इस वीडियो में आलोक मिश्रा कह रहे हैं, “प्रियंका जी का क्या है कि उनको राजनीति करनी है, वो वैसे ही करती है। उनको न्यूज तो देखना नहीं है। देखना चाहिए कि पूरी न्यूज कम से कम क्या थी।”
बता दें कि बीते दिनों प्रियंका गाँधी वाड्रा ने फेसबुक पर एक वीडियो डालकर किसान आंदोलन को भड़काने की कोशिश की थी। जिसको PIB Fact Check ने झूठा दावा करार दिया और प्रियंका गाँधी के पोस्ट के साथ उसे फर्जी बताया।
प्रियंका गाँधी ने फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, “जिस भारतीय रेलवे को देश के करोड़ों लोगों ने अपनी मेहनत से बनाया। भाजपा सरकार ने उस पर अपने अरबपति मित्र अडानी का ठप्पा लगवा दिया। कल को धीरे-धीरे रेलवे का एक बड़ा हिस्सा मोदी के अरबपति मित्रों को चला जाएगा। देश के किसान खेती-किसानी को भी आज मोदी के अरबपति मित्रों के हाथ में जाने से रोकने की लड़ाई लड़ रहे हैं।” हालाँकि पीआईबी ने इसका खंडन कर दिया था।
गौरतलब है कि कॉन्ग्रेस पार्टी द्वारा फर्जी खबर फैलाना आम बात हो गई है। यहाँ तक कि उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस सूची में शामिल हैं, जो अक्सर अपनी राजनीति को चमकाने के लिए भ्रामक सूचनाओं और फर्जी खबरें फैलाने का सहारा लेते है।