एक तस्वीर को ब्रेकिंग न्यूज़ बता कर शेयर किया जा रहा है। इसमें सड़क पर एक शेर घूमता हुआ दिख रहा है। बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिस पुतिन ने लोगों को घर में रखने के लिए ये तरीका आजमाया है। तस्वीर के साथ कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के बढ़ते ख़तरे के मद्देनज़र लोग सेल्फ-क्वारंटाइन में रहें, इसीलिए पुतिन ने लोगों के भीतर डर बैठाने के लिए ये तरीका आजमाया है। ये भी दावा किया जा रहा है कि रूस में ऐसे 500 शेर सड़कों पर खुले छोड़ दिए गए हैं।
इस तस्वीर को ऐसा बनाया गया है ताकि देख कर प्रतीत हो कि ये किसी टीवी न्यूज़ चैनल पर चल रहे ‘लाइव’ न्यूज़ का स्क्रीनग्रैब है। बता दें कि रूस में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है और न ही ऐसा कुछ करने का निर्णय लिया गया है। जो तस्वीरें शेयर की जा रही हैं, वो दक्षिण अफ्रीका स्थित जोहान्सबर्ग की है। ये तस्वीरें ताज़ी भी नहीं हैं। ये 2016 की है। इस वायरल पोस्ट को एक मोबाइल ऐप के जरिए बनाया गया है। आप देख सकते हैं कैसे इस पोस्ट को शेयर कर के लोगों को भ्रमित किया जा रहा है:
Is this a wind up pic.twitter.com/sG4vnfnxAN
— Lord Sugar (@Lord_Sugar) March 22, 2020
जैसे ही इस पोस्ट को ट्विटर पर डाला गया, लोगों ने इसे लेकर चर्चा शुरू कर दी। कई लोग इस फेक ख़बर के झाँसे में आ भी गए। जहाँ एक तरफ कुछ लोगों ने पुतिन की आलोचना करते हुए पूछा कि अगर शेर ने किसी बच्चे को नुकसान पहुँचाया तो, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों ने इसे एक ‘साहसी निर्णय’ बताते हुए इसकी तारीफ की। जबकि या तस्वीर तो सच्ची है लेकिन इसे लेकर शेयर की जा रही ख़बर झूठी है।
अब इस तस्वीर की सच्चाई जानते हैं। इसे अप्रैल 15, 2016 में ‘न्यू यॉर्क टाइम्स’ ने शेयर किया था। ख़बर के अनुसार, तस्वीर में दिख रहे शेर का नाम ‘कोलंबस’ है जिसे जोहान्सबर्ग स्थित पार्क से एक फ़िल्म की शूटिंग के लिए लाया गया था। उसी दौरान उसे सड़क पर छोड़ा गया था, जो फ़िल्म शूटिंग का ही हिस्सा था। ‘डेली मेल’ ने भी ये ख़बर उस दिन शेर कोलम्बस की तस्वीर के साथ शेयर की थी। दक्षिण अफ्रीका के स्थानीय न्यूज़ पोर्टलों ने भी इस ख़बर को प्रकाशित किया था।