पत्रकारिता का पेशा छोड़कर फिल्मी दुनिया में बतौर डायरेक्टर एंट्री लेने वाले अविनाश दास एक बार फिर सोशल मीडिया पर फेक चीजें फैलाते पकड़े गए हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस बार उनकी फेक न्यूज का मुख्य कंटेंट आल्ट न्यूज के संस्थापक प्रतीक सिन्हा हैं। वैसे तो प्रतीक को उनके बाल्ड लुक के कारण सभी यूजर्स पहचानते हैं लेकिन अविनाश ने तो प्रतीक के इस लुक पर मजाक ही बना दिया और इस मजाक के लिए उन्होंने इस्तेमाल किया हिंदुस्तान टाइम्स का विज्ञापन।
अविनाश ने अपने ट्वीट में हिंदुस्तान टाइम्स के फ्रंट पेज की तस्वीर शेयर की, जिसमें हेयर ट्रांस्प्लांट का विज्ञापन था और उसमें दावा था कि गंजेपन का स्थायी समाधान मात्र 2 घंटे में होगा। इस प्रचार में बड़ा-बड़ा लिखा था- हाय हैंडसम और ये भी लिखा था- गंजों की शादी हम कराएँगे। इसी तस्वीर के एडिटिड वर्जन में प्रतीक सिन्हा की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया और दिखाया गया कि हेयर ट्रांसप्लान्ट के बाद अब उनके सिर पर घने केश आ चुके हैं।
अविनाश ने तस्वीर के साथ लिखा, “भाई प्रतीक सिन्हा आप अपने बालों वाली तस्वीर को प्रोफाइल पिक बनाइए। बालांतरण के बाद शादी की डेट भी बताइए, हम भी आएँगे और पक्का नागिन डांस करेंगे।”
अब ट्वीट की भाषा साफ बताती है कि ये कोई मजाक है। लेकिन सोचिए जिन्हें ये मजाक न समझ आए या जिन्हें फोटोशॉप्ड तस्वीरों का ज्ञान न हो क्या उनके लिए ये मान लेना मुश्किल है कि यदि हिंदुस्तान जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्र में विज्ञापन छपा है तो ये सही ही होगा।
Still a better front page ad than watching Kejriwal everyday. pic.twitter.com/9BNCajgt7h
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) November 20, 2021
ये तस्वीर अविनाश के पास फॉर्वर्ड होकर आई है या फिर उन्होंने इसे खुद एडिट करके शेयर किया है। इसकी पुष्टि ऑपइंडिया नहीं करता लेकिन वास्तविक विज्ञापन की तस्वीर में देख सकते हैं कि कोई अन्य शख्स हेयर ट्रांस्पलांट के मॉडल के तौर पर पेश किया गया है न कि प्रतीक सिन्हा।
यहाँ ये बात मालूम हो कि अविनाश पहली दफा बरगलाने वाली तस्वीर शेयर करते नहीं पाए गए हैं। इससे पहले उन्होंने योगी आदित्यनाथ और संबित पात्रा को लेकर साल 2018 में फेक न्यूज फैलाई थी। उन पर आरोप लग चुके हैं कि जब वह ‘डीबी स्टार’ से बतौर एडिटर जुड़े, जो कि हिंदी दैनिक भाष्कर का टैबलॉयड है। वहाँ काम करते हुए जर्नलिज्म और मास क्मुनिकेशन की एक महिला विद्यार्थी ने उनके खिलाफ यौन शोषण की लिखित शिकायत की थी।
अविनाश अतिथि शिक्षक के रूप में भोपाल की माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पढ़ाने के लिए जाते थे। विश्वविद्यालय के एक दल द्वारा मामले की जाँच किए जाने पर आरोप सही पाए गए थे और अविनाश दास को दैनिक भाष्कर द्वारा उनकी नौकरी से निकाल दिया गया था। इसके अलावा दास के विरुद्ध श्रीपाल शेखावत ने एक मानहानि केस दायर किया था और पिछले दिनों एक महिला पत्रकार ने उनके साथ चैट भी सोशल मीडिया पर शेयर कर दी थी। इसमें वह उसे कह रहे थे कि वो खुद को अकेला न समझे।