ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का गुरुवार (8 सितंबर, 2022) को 96 साल की उम्र में निधन हो गया। इसी बीच एक ट्वीट खूब वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा गया है कि एलिजाबेथ द्वितीय इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद पैगंबर (Prophet Muhammad) की वंशज हैं।
यह हालाँकि पहली बार नहीं है, जब इस तरह के दावे किए जा रहे हों। साल 2018 में भी इस तरह का दावा करते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। ब्रिटिश पत्रकार एरॉन मेरेट के ट्वीट में शामिल ग्राफिक को पहले ब्रिटेन के अखबार द टाइम्स ने 2018 में छापा था। इसके बाद उसी साल टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने भी इसी तरह की एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
Source: the @thetimes
— Arron Merat (@a_merat) September 8, 2022
एलिजाबेथ पैगंबर मुहम्मद की वंशज: दावे और रिपोर्ट
मार्च 2018 में मोरक्कन अखबार अल-ओस्बो (Al-Ousboue) में यह दावा किया गया था कि महारानी के मुहम्मद की बेटी फातिमा से सम्बंध हैं और वह पैगंबर की 43वीं वंशज हैं। TOI ने भी मोरक्को की रिपोर्ट का हवाला देते हुए लिखा था कि ब्रिटेन की महारानी पैगंबर की 43वीं वंशज हैं।
दरअसल, साल 1986 में शाही वंश पर अध्ययन करने वाली संस्था बर्क्स पीरगे के पब्लिशिंग डायरेक्टर हैरल्ड बी ब्रूक्स बेकर ने यह दावा किया था। इसके बाद मोरक्को के एक अखबार ने अपने आर्टिकल में ऐसा ही दावा किया था।
दावा किया जा रहा है कि एलिजाबेथ द्वितीय की ब्लडलाइन 14वीं सदी के अर्ल ऑफ कैंब्रिज से है और यह मध्यकालीन इस्लामी स्पेन से लेकर पैगंबर मोहम्मद की बेटी फातिमा तक जाती है। फातिमा हजरत मोहम्मद की बेटी थीं और उनके वंशज स्पेन के राजा थे, जिनसे महारानी का संबंध बताया जा रहा है। इसी वजह से, महारानी को मोहम्मद का वंशज कहा जा रहा है।
एलिजाबेथ और पैगंबर मुहम्मद के रिश्ते का फैक्ट चेक
दावों और रिपोर्टों से परे है सच्चाई। कैसे? 2018 में इस विषय पर द टाइम्स से बात करते हुए अंग्रेजी इतिहासकार और टेलीविजन पर्सनेल्टी डेविड स्टार्की ने कहा था कि एलिजाबेथ को पैगंबर मुहम्मद के वंश से जोड़ा गया। हालाँकि, इसे इतिहासकारों द्वारा सत्यापित नहीं किया गया था और न ही पूरी तरह से स्वीकार किया गया था।
तत्कालीन ब्रिटिश प्रधान मंत्री मार्गरेट थैचर को लिखे एक पत्र में, ब्रूक्स बेकर ने दावा किया था कि पैगंबर मुहम्मद का खून महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की रगो में बहता है। उनके अनुसार महारानी मुस्लिम राजकुमारी जैदा के परिवार से हैं।
आपको बता दें कि कथित तौर पर, अबू अल-कासिम मुहम्मद इब्न अब्बाद, पैगंबर मुहम्मद के वंशज सेविले की जैदा के परदादा थे। अलमोराविद्स ने जब अब्बासी सल्तनत पर हमला किया तो जैदा अपनी जान बचाने के लिए स्पेन के राजा किंग अल्फोंसो छठे के दरबार में पहुँच गई थीं। वहाँ उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया और राजा से शादी करके अपना नाम इसाबेला रख लिया। राजा से उनको एक लड़का पैदा हुआ जिनका नाम सांचा था। थर्ड अर्ल ऑफ कैंब्रिज रिचर्ड ऑफ कौन्सबर्ग सांचा के वंशज थे, जो इंग्लैंड के किंग एडवर्ड तृतीय के पोते थे। बाद में उन्होंने यॉर्क के ड्यूक रिचर्ड प्लांटैजेनेट को जन्म दिया, जिन्हें आमतौर पर रानी का पूर्वज माना जाता है।
सबसे बड़ी बात – इन दावों को लेकर बकिंघम पैलेस ने कभी भी कोई जवाब नहीं दिया है।