कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर किए गए हमले में आठ पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गॅंवाई। एक सीओ और दो एसओ समेत आठ पुलिसकमिर्यों पर हमला कर भागने में सफल रहे विकास दुबे को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक दावे किए जा रहे हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि यह विकास दुबे भाजपा नेता है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देने वाले एक भाजपा नेता की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। इस तस्वीर में भी यह दावा किया गया है कि यह वही खूॅंखार गैंगस्टर और ‘भाजपा नेता’ विकास दुबे है, जिसके कारण 02 जुलाई 2020 को कानपुर में 8 यूपी पुलिसकर्मियों की जान गई।
इन तस्वीरों में लिखा गया है कि योगी जी के साथ कानपुर एनकाउन्टर का मुख्य अभियुक्त विकास दूबे है। वहीं एक अन्य ट्वीट में डीपी में लाल टोपी पहने एक युवक ने लिखा है – “रामराज्य है भैया कुछ भी हो सकता है 8 सिपाहियों का हत्यारा योगी जी का प्यारा।”
लेकिन वास्तविकता यह है कि तस्वीर में दिख रहे शख्स का नाम विकास दुबे जरूर है, लेकिन वह कानपुर के एक स्थानीय बीजेपी नेता हैं। यानी, कुछ लोग जान-बूझकर गैंगस्टर विकास दुबे को भाजपा नेता विकास दुबे साबित करने का प्रयास कर रहे हैं और कुछ लोग उनके इस भ्रामक दावे में फँस भी रहे हैं।
विरोधियों के एजेंडा को समझते हुए अंकुर सिंह ने ऐसे ही कुछ स्क्रीनशॉट ट्वीट करते हुए लिखा है, “कॉन्ग्रेस ‘डर्टी ट्रिक्स विभाग’ योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर साझा कर रही है, जिसमें दावा किया गया है कि यह तस्वीर गैंगस्टर विकास दुबे के साथ की है। हालाँकि, तस्वीर दूसरे विकास दुबे की है, जो BJYM में हैं।”
Congress Dirty Tricks department is sharing a pic of Yogi Adityanath claiming that the pic is with the gangster Vikas Dubey.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) July 3, 2020
The pic is of different Vikas Dubey, who is in BJYM.
This is his FB profile- https://t.co/gvaUT3tDXI pic.twitter.com/iqjNALzJr2
इन भ्रामक तस्वीरों के वायरल होने पर भाजपा नेता विकास दुबे ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर एक अपील भी पोस्ट की, जिसमें उनके द्वारा लोगों से फर्जी खबरों के खिलाफ सतर्क रहने का अनुरोध किया गया है।
भाजपा नेता विकास दुबे ने लिखा है –
“अफवाहों से बचें। जो भी लोग आज पुलिस के साथ बदमाशों की हुई मुठभेड़ में उनकी शहादत को नमन करने की बजाय घटिया राजनीति करने का काम कर रहे हैं, सोशल मीडिया के माध्यम से मेरी फोटो डालकर मुझको आरोपी विकास दुबे बताकर संगठन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, किसी व्यक्ति का नाम एक हो जाने से उसका किरदार एक नहीं हो जाता। मेरे चरित्र से व मेरे व्यक्तिगत स्वभाव से आप सभी भलीभाँति परिचित होंगे। मैंने सदैव संगठन के लिए व राष्ट्र सेवा के लिए अपने कदम बढ़ाए हैं। आप सभी महानुभावों से मेरा निवेदन है कि गलत फोटो डाल कर लोगों को भ्रमित करने का कार्य ना करें। जिसने भी इस तरह की गलत पोस्ट की हैं तत्काल उसे डिलीट करने का कार्य करें।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आठ कर्मियों की गुरुवार रात कानपुर के बिकरू गाँव में हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे चर्चा में है। पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार करने के लिए आधी रात दबिश दी थी। लेकिन, विकास और उसके गुर्गों ने टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की।
विकास पर कम से कम 60 मामले दर्ज हैं। इनमें 53 हत्या और हत्या के प्रयास से जुड़े हैं। उस पर राजनाथ सिह की सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा रखने वाले संतोष शुक्ला की थाने में घुसकर हत्या करने का भी आरोप है। हालॉंकि इस मामले में कोई गवाह नहीं मिलने पर उसे बरी कर दिया गया था।
विकास दुबे राजनीति में भी सक्रिय रहा है। सपा और बसपा के कई नेताओं से उसकी करीबी रही है। उसकी पत्नी सपा के टिकट पर पंचायत का चुनाव भी लड़ चुकी है।