पूरा देश कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है और इससे निजात पाने की कोशिश में है। मगर इस बीच भी प्रोपेगेंडा फैलाने वालों का एक समूह लगातार इस कोशिश में जुटा है कि किस तरह से सरकार के प्रयास को विफल घोषित किया जाए। इसके लिए ये लोग जमकर फेक न्यूज फैला रहे हैं। रविवार (अप्रैल 12, 2020) की सुबह एक खबर आई कि उत्तर प्रदेश के भदोही में एक महिला मंजू देवी ने अपने पाँच बच्चों को नदी में डुबाकर मौत के घाट उतार दिया।
इसके बाद प्रोपेगेंडा फैलाने वालों का समूह सक्रिय हो गया और उन्होंने इसे लॉकडाउन की विफलता घोषित कर दिया। बिना सच्चाई को जाने सरकार का अंध विरोध करना तो इनका जैसे रोज का काम है। इसी कड़ी में इन्होंने एक बार फिर से इस घटना पर ‘दुख’ व्यक्त किया, साथ ही महिला को गरीब बताते हुए उनके प्रति अपनी ‘सहानुभूति’ दिखाई।
सीरियल फर्जी न्यूज पेडलर, आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने आउटलुक की एक खबर शेयर करते हुए दावा किया कि महिला ने उत्तर प्रदेश की गंगा में अपने पाँच बच्चों को इसलिए डुबा दिया क्योंकि लॉकडाउन की वजह से उसका काम छीन गया था और इस कारण वे अपने बच्चों को खाना नहीं खिला पा रही थी। इसलिए तंग आकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
इसी तरह का दावा वामपंथी कविता कृष्णन द्वारा भी किया गया।
पुण्य प्रसून वाजपेयी ने भी इस पर ‘दुख’ व्यक्त करते हुए कहा, “ये वो देश तो नहीं, दिहाड़ी मजदूर…ना काम, ना रोटी। क्या करें माँ…बच्चों को गंगा में बहा दिया।”
इस प्रोपेगेंडा को फैलाने में सबा नकवी भी शामिल हो गई।
कॉन्ग्रेस के आधिकारिक नेता भी इस खबर को फैलाने में अपना योगदान दिया।
इसी खबर को इंडियाटाइम्स के सीरियल फर्जी न्यूज पेडलर श्वेता सेंगर ने भी भुनाया।
इस खबर को वामपंथी और कॉन्ग्रेस समर्थकों द्वारा भी खूब फैलाया गया।
सच क्या है
हालाँकि, सच इनके प्रोपेगेंडा से कोसों दूर है। महिला ने अब खुद इस वारदात को अंजाम देने के पीछे की वजह बताते हुए लिबरलों की बोलती बंद कर दी है। महिला से जब पूछा गया कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया तो उसने कहा कि उसका पति से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। आए दिन वे मारते पीटते थे। जिसके चलते उसने ऐसा निर्णय लिया। इससे पहले पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने भी कहा था कि मंजू ने उन्हें बताया कि उसने अपने पाँचों बच्चों को इसलिए गंगा में डुबोकर मार डाला, क्योंकि उसका पति कई साल से उससे हर रोज झगड़ा करता था।
भदोही पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मंजू देवी अपने पति के विवाद एवं मानसिक तनाव के कारण अपने पाँचों बच्चों को गंगा नदी में डुबो दिया।
इसके अलावा भदोही पुलिस ने भी इस बारे में महिला के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “मंजू देवी ने अपने 5 बच्चों को भूखमरी के कारण गंगा नदी में नहीं डुबाया है। अन्य कारण द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। मंजू देवी के बयान से स्पष्ट है कि भूखमरी के कारण बच्चों को नदी में नहीं डुबाया गया है।”
इससे पहले भदोही पुलिस ने मंजू के घर में बने खाने का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि मंजू के घर में खाना बना है। फोटो से स्पष्ट है कि भूखमरी के कारण बच्चों को नदी में नहीं डुबाया गया है।