इजरायल पर इस्लामी आतंकी संगठन हमास के हमले में अब 700 से अधिक मौतों की पुष्टि हो चुकी है। 2200 से अधिक लोग घायल हैं। करीब 100 लोगों को हमास ने बंधक बना रखा है। इनके विषय में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर अचानक से हमला कर उसके नागरिकों के साथ बर्बरता की थी। हमास के आतंकी दक्षिणी इजरायल में सीमा पार कर घुसे थे और कई लोगों को बंधक बना लिया था। उसके बाद से जवाबी कार्रवाई में इजरायल फिलस्तीन के करीब 400 आतंकियों को ढेर कर चुका है।
हमास के आतंकियों के हमले का सबसे बड़ा निशाना दक्षिणी इजरायल में चल रहा एक संगीत समारोह बना। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस समारोह में आतंकियों ने 260 से अधिक लोगों की हत्या की। हमास आतंकियों ने जिस जर्मन महिला ‘शानी लौक’ के नग्न शव का परेड निकाला था, वे भी इसी पार्टी में शामिल थीं।
इस पार्टी में हमले के समय 3,000 से अधिक लोग मौजूद थे। इनमें से अधिकांश इजरायली युवा थे। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हमले के बाद लोग अपनी गाड़ियाँ छोड़ कर भागते हुए दिखते हैं। घटनास्थल से लगभग 100 लोगों का हमास ने अपहरण भी कर लिया था।
इस हमले में मारे गए कई लोगों के शवों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। इजरायल का कहना है कि हमास के आतंकियों को पहले से इस कार्यक्रम के बारे में पता था इसलिए उन्होंने पहले इलाके को घेरा और फिर गोलियाँ बरसाई। इसके पश्चात वह कार्यक्रम स्थल पर घुस कर लोगों को मारने-काटने लगे।
हमास के इस हमले में इजरायल के अतिरिक्त अन्य देशों के भी नागरिक मारे गए हैं। अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस समेत कई देशों ने कहा है कि उनके नागरिक हमास के इस हमले में मारे गए हैं। हालाँकि अभी उनकी संख्या स्पष्ट नहीं है। नेपाल के 10 लोग इस इस्लामी आतंकी हमले में मारे गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह हमले के दौरान एक खेत में काम कर रहे थे, जहाँ भारी गोलाबारी से उनकी मृत्यु हो गई। एक नेपाली छात्र अभी लापता है।
इजरायल ने भी हमास के इस हमले का करारा जवाब दिया है। इजरायली वायु सेना लगातार फिलीस्तीन और गाजा पट्टी में आतंकी ठिकानों पर हमला कर रही है। 8 अक्टूबर तक मस्जिदों समेत कई ऐसे ठिकाने गिराए जा चुके थे, जहाँ आतंकी शरण ले रहे थे।
इजरायल के प्रतिक्रियात्मक हमलों में अब तक 400 से अधिक फिलिस्तीनी आतंकियों के मरने की खबर है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध के शुरू होने से पहले कहा था कि इस बार गाजा पर हमला ऐसा होगा जो कि पीढ़ियों के लिए स्थितियाँ बदल देगा। हमास के हमले के कारण गाजा और फिलीस्तीन में बड़े स्तर पर तबाही हुई है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि हमास के आतंकियों को शरण देने के कारण अब तक लगभग 1.2 लाख फिलिस्तीनी अपने घरों से भाग चुके हैं।