कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। जहाँ एक तरफ़ सूरत और नागपुर से आरोपितों की गिरफ़्तारी हुई है, हत्यारों की अंतिम लोकेशन पुलिस को बरेली और गाजियाबाद में मिल रही है। हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल दोनों शूटरों की पहचान अशफ़ाक़ और मोईनुद्दीन के रूप में हुई है। एसटीएफ इस मामले की जाँच कर रही है और इसके लिए गुजरात एटीएस के साथ ही महाराष्ट्र पुलिस से भी तालमेल बिठा कर काम किया जा रहा है। इस पूरी साज़िश में कुछ और लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है।
वहीं अब पता चला है कि अशफ़ाक़ ने कमलेश तिवारी से परिचय बनाने के लिए पहले उनसे दोस्ती की। ‘आजतक’ ने सूत्रों के हवाले से खुलासा किया है कि अशफ़ाक़ ने कमलेश तिवारी से दोस्ती बनाने के लिए एक फ़र्ज़ी फेसबुक अकाउंट बनाया था। ख़ास बात यह है कि उसने ये फेसबुक अकाउंट अपने नाम से नहीं बल्कि एक रोहित सोलंकी के नाम से बनाया था। जब हमने उस संभावित फेसबुक प्रोफाइल को खंगाला तो पाया कि उसके प्रोफाइल पिक्चर में ‘हिन्दू राज’ और भगवा ध्वज लगा हुआ था।
Aajtak reports suggests this is the ID https://t.co/IepFGIKCNy
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) October 20, 2019
फेक फेसबुक आईडी के जरिए उसने कमलेश तिवारी से बातचीत की, दोस्ती की और फिर मिलने का समय माँगा। फेसबुक पर बातचीत करते हुए अशफ़ाक़ ने रोहित सोलंकी के छद्म नाम का प्रयोग करते हुए कमलेश तिवारी से बातचीत में कहा कि वो हिन्दू समाज पार्टी का सदस्य बनना चाहता है और इसके लिए उनसे मिलना चाहता है। कमलेश तिवारी के नौकर ने भी अपने बयान में बताया था कि आने से पहले हत्यारोपितों ने क़रीब 10 मिनट तक कमलेश तिवारी से बातचीत की थी। घर पहुँचने के बाद भी दोनों ने कमलेश तिवारी के साथ क़रीब आधे घंटे तक बातचीत की।
यह भी पता चला है कि कमलेश तिवारी के शरीर पर चाकू से 15 बार वार किया गया था। मिठाई के डब्बे में हथियार रख कर ले जाया गया था। सीसीटीवी फुटेज में दोनों आरोपित भगवा वस्त्र में दिखे। पुलिस को पता चला कि दोनों लखनऊ के खालसा होटल में रुके थे, जिसके कमरे से भगवा वस्त्र और खून लगे कपड़े बरामद किए गए हैं। अब पुलिस को इन दोनों की तलाश है।
इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक तिवारी के परिजनों से भी मुलाक़ात की है। कमलेश तिवारी द्वारा स्थापित संगठन हिन्दू समाज पार्टी के प्रवक्ता राजेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि आरोपितों को दबोचने के मामले में यूपी पुलिस ने सराहनीय काम किया है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही इस मामले का खुलासा हो जाएगा।