Friday, November 8, 2024
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कोरोना वैक्सीन फैक्ट्री को शिवसेना के गुंडों ने घेरा, पहले दो की धमकी: पूनावाला को ‘आक्रामक मुख्यमंत्रियों’ का भी फोन

शिव सेना के गुंडे अदार पूनावाला की फैक्ट्री के बाहर खड़े होकर उन्हें धमका रहे थे। किसी दूसरे के बजाय पहले उन्हें वैक्सीन देने की माँग कर रहे थे। - पत्रकार राहुल कंवल को यह वीडियो पूनावाला ने खुद भेजे।

देश में लगातार वैक्सीन की माँग बढ़ती जा रही है। इसी बीच, कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कोविड-19 की वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाने को लेकर अपने ऊपर भारी दबाव की बात कही है।

पत्रकार राहुल कंवल ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा है कि अदार पूनावाला ने उन्हें वीडियो भेजे हैं, जिसमें शिव सेना के गुंडे उनकी फैक्ट्री के बाहर खड़े होकर उन्हें धमका रहे थे और वैक्सीन की माँग कर रहे थे।

द टाइम्स को दिए इंटरव्यू में पूनावाला ने यह आरोप लगाया है कि वैक्सीन को लेकर भारत के कई शक्तिशाली लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सब भार उनके कंधों पर पड़ रहा है, जबकि यह काम उनके अकेले के वश का नहीं है।

केंद्र सरकार से सिक्योरिटी मिलने के बाद पहली बार इस बारे में बात करते हुए पूनावाला ने बताया कि भारत के पावरफुल लोग आक्रामक रूप से कॉल करके कोविशील्ड वैक्सीन की माँग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, व्यावसायिक लोगों के आक्रामक फोन आ रहे हैं। सब के सब उन्हें जल्द से जल्द कोविशील्ड की आपूर्ति के लिए कह रहे हैं।

वहीं, पूनावाला ने इंग्लैंड में अपने बिजनेस पार्टनर के साथ इसको लेकर बैठक की। उन्होंने शनिवार (1 मई) रात को बताया, “इंग्लैंड में हमारे सभी साझेदारों और हितधारकों के साथ एक बैठक हुई। इस बीच, COVISHIELD का उत्पादन पुणे में पूरे जोरों पर है। उन्होंने यह भी संकेत दिए हैं कि वो वैक्सीन के निर्माण के विस्तार की योजना के साथ लंदन आए हैं। जल्द ही भारत वापस लौटूँगा।”

इसके पहले 40 वर्षीय पूनावाला ने बताया था कि वह दबाव के चलते वह अपनी बेटी और पत्नी के साथ लंदन आ गए। एसआईआई के प्रमुख ने कहा, ”मैं यहाँ ज्यादा समय तक इसलिए रुका हूँ, क्योंकि मैं उस स्थिति में फिर से नहीं जाना चाहता। सब कुछ मेरे कंधे पर आ गया है, लेकिन मैं अकेले कुछ नहीं कर सकता। मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता, जहाँ आप सिर्फ अपना काम करने की कोशिश कर रहे हों और सिर्फ इसलिए कि आप हर किसी की जरूरत को पूरा नहीं कर सकते, आप अंदाजा नहीं लगा सकते कि बदले में वे क्या करेंगे।”

मालूम हो कि कोविशील्ड पहली वैक्सीन है, जिसे डीसीजीआई ने कोरोना के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी। कोविशील्ड का उत्पादन दुनिया की वैक्सीन बनाने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है। भारत में जारी टीकाकरण में अभी कोविशील्ड व भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को ही मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। 

दरअसल, कंपनी ने वैक्सीन ब्रिटेन सहित 68 देशों को निर्यात करना शुरू कर दिया था, लेकिन इसी दौरान भारत में कोरोना से स्थिति खराब होने लगी। पूनावाला ने इंटरव्यू में कहा, ”हम वास्तव में सभी की मदद करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि भगवान भी पूर्वानुमान लगा सकते थे कि ऐसा होने वाला था।”

अदार पूनावाला ने ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए कोविशील्ड की कीमत को बढ़ाए जाने के आरोप को नकारते हुए कहा कि यह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इस वैक्सीन को दुनिया भर में सबसे सस्ती वैक्सीन बताया है। उन्होंने कहा, ”हमने मुनाफाखोरी करने के बजाय जो भी बेहतर हो सकता था, वह किया है।”

बता दें कि हाल ही में पूनावाला को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा भी मुहैया करवाई है। अब से पूनावाला की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की होगी। सरकार का यह फैसला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह द्वारा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र के बाद आया है। पत्र में प्रकाश कुमार सिंह ने लिखा था कि पूनावाला को कई ग्रुप की तरफ से धमकी मिल रही है।

जब से केंद्र सरकार ने टीकाकरण के तृतीय चरण की घोषणा की है, भारत में बनने वाली वैक्सीन की कीमतों को लेकर एक तीखी बहस छिड़ गई है। ऐसा नहीं है कि केवल कुछ राज्य सरकारों ने ही बार-बार वैक्सीन की कीमतों को अधिक बताया। ऐक्टिविस्ट, सिनेमा स्टार और सोशल मीडिया सेलेब ने भी क़ीमतों पर बयान दिए हैं, जिन पर काफी लंबी बहसें हुई हैं। कुछ ऐक्टिविस्ट तो यह माँग भी उठा चुके हैं कि सीरम इंस्टीट्यूट हर भारतीय को मुफ़्त में वैक्सीन दे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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