रवीश चचा खुद सूती कपड़े पहनकर भाजपा समर्थकों पर चाहे कितना भी भक्ति करने का आरोप लगाएँ, लेकिन उन्हें कॉन्ग्रेस के राजपरिवार के प्रति उनके सेवकों के समर्पण भाव और भक्ताई का शायद ही कोई इल्म है। कॉन्ग्रेस पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आज अध्यक्ष राहुल गाँधी की संन्यास की ख़बरों से पर्दा हटाते हुए खुलासा कर ही दिया है कि ये सब फर्जी ख़बरें हैं और दुनिया की कोई भी ताकत राहुल गाँधी से अध्यक्ष का पद नहीं छीन सकती है। उन्होंने पूरी चौड़ाई में आज पब्लिक के बीच आकर ये घोषणा कर ही डाली कि राहुल गाँधी पार्टी अध्यक्ष थे, हैं और हमेशा अध्यक्ष ही बने रहेंगे।
रणदीप सुरजेवाला ने जैसे ही आज अपना बयान दिया दिया; अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिन्द महासागर में कुछ छोटे-बड़े चक्रवातों ने जन्म लिया। कुछ सूत्रों का तो यह भी कहना है कि युवा अध्यक्ष राहुल गाँधी के बारे में हुई इस ऐतिहासिक घोषणा के बाद इटली के पास एड्रियाटिक सागर में भी जबरदस्त ज्वार-भाटा देखने को मिला है। हालाँकि, गोदी मीडिया ने इसमें इटली का जिक्र होने के कारण छुपाकर रखा। इसके बाद यूनेस्को ने भी संकेत दिए हैं कि वो भी राहुल गाँधी को सदी का बेस्ट अध्यक्ष का खिताब देने पर विचार कर रहे हैं।
‘सरकारें आएँगी-जाएँगी लेकिन राहुल गाँधी अध्यक्ष बने रहने चाहिए’
राहुल गाँधी के बारे में हुई इस भविष्यवाणी के बाद कॉन्ग्रेस में मौजूद अन्य कार्यकर्ताओं ने भी एक स्वर में इस बात को दोहराते हुए कहा- “सरकारें आएँगी-जाएँगी लेकिन राहुल गाँधी अध्यक्ष ही बने रहने चाहिए।”और सबने ध्वनि मत से इस बात का समर्थन भी किया। हालाँकि राहुल गाँधी के नेतृत्व क्षमता से प्रभावित होकर उनके भविष्य के बारे में हाल ही में कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने भी भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि “राहुल जी सदृश दूसरा मूर्ख मिलना मुश्किल, उनकी जगह कोई ले ही नहीं सकता।“
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बाँटी मिठाइयाँ
कॉन्ग्रेस द्वारा राहुल गाँधी के भविष्य को लेकर की गई इस घोषणा से भाजपा के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला है। हर गली-मोहल्ले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने घूम-घूमकर मिठाइयाँ बाँटी और सड़कों पर जमकर नागिन डाँस भी किया। हालाँकि, अमित शाह ने कार्यकर्ताओं के इस जश्न में खलल डालते हुए कह दिया कि यह मात्र एक अफवाह है क्योंकि राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रहेंगे ना कि भाजपा के, और चुपके से नरेंद्र मोदी की ओर देखते हुए उन्होंने कहा- “यही तो मास्टरस्ट्रोक है।“
इसके बाद कार्यकारिणी मीटिंग में अमित शाह यह कहते हुए भी सुने गए कि अब जबकि 2047 तक राहुल गाँधी ने कॉन्ग्रेस का चिरकालीन अध्यक्ष बने रहने का फैसला कर ही लिया है तो अब वो अगले चुनाव से पहले-पहले युगांडा में भी भाजपा का बहुमत साबित करने पर विचार कर सकते हैं। अपने इस दावे की पुष्टि उन्होंने युगांडा के 2 विधायकों से बात करवाकर दी।
राहुल गाँधी के इस आजीवन अध्यक्ष बने रहने की भीष्म प्रतीज्ञा से रोजगार के आँकड़ों में तुरंत एक बार फिर तीव्र उछाल आया। जब इसके पीछे कारण पता किया गया तो खुलासा हुआ कि यह रोजगार कॉन्ग्रेस के लिए 2047 तक सस्ते और घटिया चुटकुले सुनाकर नए कुणाल कामरा तैयार किए जाने की प्रक्रिया भी चालू की जा चुकी है।