Tuesday, November 5, 2024
Homeविविध विषयधर्म और संस्कृतिराम मंदिर परिसर में 2 लाख को कराया भोजन, 80000 को दिए फूड पैकेट्स:...

राम मंदिर परिसर में 2 लाख को कराया भोजन, 80000 को दिए फूड पैकेट्स: महावीर मंदिर खोलेगा रामायण शोध संस्थान

महावीर मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि राम मंदिर बनने में 3-4 साल लग ही जाएँगे, ऐसे में हर साल उसके द्वारा 2 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाती रहेगी। महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल ने जानकारी दी कि ट्रस्ट के अकाउंट में इसके लिए वित्त की व्यवस्था कर के उसे अलग रख दिया गया है।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की औपचारिक शुरुआत 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि-पूजन के साथ ही हो जाएगी। इसके लिए पूरे देश में 10 करोड़ परिवारों से चन्दा लेने की बात कही गई है। वहीं पटना के महावीर मंदिर ने कहा है कि वो राम मंदिर के निर्माण के लिए हर साल 2 करोड़ रुपए देगा। महावीर मंदिर ने राम मंदिर ट्रस्ट को अयोध्या में 2 करोड़ रुपए का चेक सौंप भी चुका है।

‘दैनिक भास्कर’ की ख़बर के अनुसार, महावीर मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि राम मंदिर बनने में 3-4 साल लग ही जाएँगे, ऐसे में हर साल उसके द्वारा 2 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाती रहेगी। महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल ने जानकारी दी कि ट्रस्ट के अकाउंट में इसके लिए वित्त की व्यवस्था कर के उसे अलग रख दिया गया है। साथ ही वहाँ रामायण शोष संस्थान का खाका भी तैयार किया गया है। इसे अमांवा मंदिर परिसर में शुरू किए जाने की योजना है।

किशोर कुणाल का राम मंदिर मामले को सुलझाने में अहम योगदान है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मस्जिद पक्ष के वकील राजीव धवन ने भड़क कर जिस नक़्शे को फाड़ दिया था, वो अयोध्या पर लिखी किशोर कुणाल की पुस्तक से ही लिया गया था। तब किशोर कुणाल ने कहा था कि धवन जानते थे कि इस नक़्शे के बाहर आने से उनकी पोल खुल जाएगी, इसीलिए उन्होंने ऐसा किया। तत्कालीन सीजेआई गोगोई ने उन्हें इसके लिए टोका भी था।

महावीर मंदिर द्वारा तैयार किए जाने वाले रामायण शोध संस्थान में दुर्लभ पुस्तकों का संग्रह होगा, जिसमें रामायण से जुड़े दस्तावेज प्रमुख होंगे। रामायण पर रिसर्च भी किया जाएगा। कोरोना महामहृ ख़त्म होते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। अमांवा मंदिर राम मंदिर परिसर के भीतर ही स्थित है, जो 70 एकड़ की उस जमीन के एक भाग पर स्थित है। इसकी व्यवस्था का सञ्चालन महावीर मंदिर ही करती आई है।

यहाँ भगवान राम के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को मुफ्त में भोजन कराया जाता है। इसे ‘राम रसोई’ नाम दिया गया है, जिसे जनवरी 2020 में ही शुरू किया गया था। कोरोना संकट के दौरान अब तक भोजन के 80,000 पैकेट्स बाँटे जा चुके हैं। अब तक 2 लाख लोगों को यहाँ भोजन कराया जा चुका है। मंदिर निर्माण शुरू होगा तो यहाँ भीड़ बढ़ने की उम्मीद है लेकिन महावीर मंदिर ट्रस्ट सबको भोजन मुहैया कराएगा।

इसके लिए ‘राम रसोई’ के बजट में भी बढ़ोतरी की जाएगी। फ़िलहाल इसका सालाना बजट 3 करोड़ रुपए है। अब तक 52.4 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। चूँकि पूरे भारत से लोग रामलला के दर्शन के लिए आते हैं, इसीलिए ‘राम रसोई’ में भी इसका ध्यान रखते हुए हर प्रान्त के व्यंजन तैयार किए जाते हैं। हर क्षेत्र के लोग रामलला की नगरी में आकर अपनापन महसूस कर सकें, इसीलिए ऐसा किया जाता है।

इससे पहले महावीर मंदिर ने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी। इसमें से 2 करोड़ रुपए की पहली किस्त का चेक भी बुधवार (जुलाई 22, 2020) को भेज दिया गया है। वहीं रामादल ट्रस्ट मंदिर के चौखट को स्वर्ण मंडित कराएगा। साथ ही भूमिपूजन पर रामलला को सोने-चाँदी की बनी पोशाक अर्पित करेगा। किशोर कुणाल अक्सर राम मंदिर के पक्ष में आवाज़ बुलंद करते रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस ईमान खलीफ का मुक्का खाकर रोने लगी थी महिला बॉक्सर, वह मेडिकल जाँच में निकली ‘मर्द’: मानने को तैयार नहीं थी ओलंपिक कमेटी,...

पेरिस ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में ईमान ने गोल्ड जीता था। लोगों ने तब भी उनके जेंडर पर सवाल उठाया था और अब तो मेडिकल रिपोर्ट ही लीक होने की बात सामने आ रही है।

दिल्ली के सिंहासन पर बैठे अंतिम हिंदू सम्राट, जिन्होंने गोहत्या पर लगा दिया था प्रतिबंध: सरकारी कागजों में जहाँ उनका समाधि-स्थल, वहाँ दरगाह का...

एक सामान्य परिवार में जन्मे हेमू उर्फ हेमचंद्र ने हुमायूँ को हराकर दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। हालाँकि, वह 29 दिन ही शासन कर सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -