Sunday, September 1, 2024
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सपा नेता कंगना को समझा रहे थे बॉलीवुड का मतलब, धाकड़ ‘झाँसी की रानी’ ने लगाई धोबी-पछाड़

"इंडस्ट्री सिर्फ़ करण जौहर/उसके पापा ने नहीं बनाई, दादा साहेब फाल्के से लेकर हर कलाकार और मज़दूर ने बनाई है, उस फ़ौजी ने जिसने सीमाओं को बचाया, उस नेता ने जिसने संविधान की रक्षा की है, उस नागरिक ने जिसने टिकट ख़रीदा और दर्शक का किरदार निभाया, इंडस्ट्री करोड़ों भारतवासियों ने बनाई है।"

बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर निर्देशक करण जौहर के खिलाफ़ खुल कर अपनी राय रखने वाली कंगना रनौत ने एक बार फिर उन्हें लेकर अपना बयान दिया है। हालाँकि, इस बार उनके निशाने पर प्रत्यक्ष रूप से करण न होकर बल्कि एक सपा नेता थे, जिन्होंने अभिनेत्री पर कुछ सवाल उठाए। और, जवाब में कंगना ने कहा कि इंडस्ट्री सिर्फ करण जौहर की या उनके पिता की नहीं है। कंगना ने यह बात सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल के ट्वीट पर लिखी। उन्होंने कंगना पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि वह सभी के संघर्षों को गाली देकर, तुच्छ बताकर आगे बढ़ना चाहती हैं।

उन्होंने लिखा था, “कंगना जी आप सबके संघर्षों को गाली देकर, तुच्छ बताकर, सबके ऊपर निशाना साधकर आगे बढ़ना चाहती हैं? करण जौहर हों या अन्य फ़िल्म निर्माता सभी लोगों की सामूहिक मेहनत से ये भारतीय फिल्म इंडस्ट्री खड़ी हुई है, कोई भी इंडस्ट्री आपकी तरह सबको गाली देकर 1-2 दिन में खड़ी नहीं हो जाती।”

समाजवादी नेता के इसी ट्वीट में कंगना ने लिखा, “इंडस्ट्री सिर्फ़ करण जौहर/उसके पापा ने नहीं बनाई, दादा साहेब फाल्के से लेकर हर कलाकार और मज़दूर ने बनाई है, उस फ़ौजी ने जिसने सीमाओं को बचाया, उस नेता ने जिसने संविधान की रक्षा की है, उस नागरिक ने जिसने टिकट ख़रीदा और दर्शक का किरदार निभाया, इंडस्ट्री करोड़ों भारतवासियों ने बनाई है।”

इसके बाद मनीष जगन अग्रवाल ने लिखा, “लकड़ी की काठी पर बैठकर आप तो स्वयं को ही झाँसी की रानी समझने लगीं? झाँसी की रानी बलिदान देकर महान हुई थीं, जनता पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ खड़ी हुई थीं, आपने कितने पैदल चलते मजदूरों को भोजन कराया? कितनों की मदद की? तमाशा बनाना आपका पुराना शौक है।”

यहाँ बता दें कि सपा नेता के इस ट्वीट पर अभी तक कंगना का रिप्लाई नहीं आया है। मगर, उनके समर्थक मनीष जगन को जवाब दे रहे हैं। यूजर्स का कहना है, “लड़कों से गलती हो जाती है वाले आज लकड़ी की काठी पर ज्ञान दे रहे है। थोड़ा पढ़ाई लिखाई करिए फिर ज्ञान पेलियेगा। नहीं समझे वो क्या कहावत थी ना… ना बाजे घना। आपके लिए है। और अभी कोई चुनाव हुए था ना जिसमें SP को सिर्फ 16 सीट मिली थी वो आपका रिपोर्ट कार्ड था समझे।

ऐसे ही एक अन्य यूजर सपा नेता के ट्वीट के जवाब में लिखता है, “हर हिन्दू महिला झाँसी की रानी ही है और कंगना जी ने अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई उसी के वजह से ये सब हो रहा है। तेरे जैसे चमचे नहीं समझेंगे।”

अब रही बात करण और कंगना के बीच आपसी विवाद की। तो बता दें कि कंगना ने भले ही बॉलीवुड माफिया पर सुशांत सिंह की मौत के बाद मुखर होकर बोलना शुरू किया हो। मगर, नेपोटिज्म को लेकर और उसमें करण जौहर की भूमिका को लेकर अभिनेत्री शुरूआत से ही सवाल उठाती रही हैं। बेबाक कंगना ने कई बार करण जौहर को उनके सामने भी नेपोटिज्म आदि पर घेरा है। फिर चाहे बात कॉफी विथ करण शो की हो या कपिल शर्मा शो की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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