लोकप्रिय अभिनेत्री कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया क्योंकि उन्होंने मोरादाबाद में मुस्लिम भीड़ द्वारा की गई हिंसा की निंदा की थी और हमलावरों को कड़ी सजा देने की माँग की थी। उनके ट्विटर अकाउंट सस्पेंशन पर अब कंगना ने चुप्पी तोड़ी है। एक वीडियो जारी कर कंगना ने रंगोली का बचाव किया। कंगना ने कहा कि रंगोली ने अपनी ट्वीट में कहा था कि जो लोग डॉक्टरों और पुलिस पर हमले कर रहे हैं, उन्हें गोली से मार देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सुजैन की बहन फराह अली खान और ‘प्रतिष्ठित’ निर्देशिका रीमा कागती ने झूठा दावा किया कि रंगोली मुस्लिमों के नरसंहार की बात कर रही है। कंगना ने कि कहा कि अगर किसी भी ट्वीट में ऐसा प्रतीत होता है कि मुस्लिमों के लिए बात कही गई हो तो वो और उनकी बहन सार्वजनिक रूप से जनता के सामने आकर माफ़ी माँगेंगीं। कंगना ने कहा कि उनका ये मानना नहीं है कि सारे मुस्लिम डॉक्टरों पर अटैक कर रहे हैं लेकिन विरोध करने वालों के बयानों को देख कर लगता है कि वो समझते हैं कि हर मुस्लिम आतंकी है। कंगना ने कहा:
“मैं सरकार से अपील करना चाहती हूँ कि ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स वे हैं, जो यहाँ के ही करोड़ों-अरबों रुपए खा कर इसी कश्ती में छेद कर रहे हैं। यहाँ प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को आतंकवादी कहा जा सकता है। जनसेवा में लगे आरएसएस को आतंकी कहा जा सकता है। लेकिन, आतंकवादियों को आतंकवादी नहीं कहा जा सकता। मुझे पता है कि देश अन्य समस्याओं से भी जूझ रहा है लेकिन इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का दाना-पानी बंद होना चाहिए। इन प्लेटफॉर्म्स को पूरी तरह ध्वस्त कर हमारे नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स खुलने चाहिए।”
#KanganaRanaut speaks up on suspension of #RangoliChandel‘s Twitter account.@rangoli_A pic.twitter.com/eRlaaG8bzQ
— Team Kangana Ranaut (@KanganaTeam) April 18, 2020
कंगना ने बबीता फोगाट का भी समर्थन किया और कहा कि उन्हें कई लोगों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद की बात करने वाले लोगों का ऐसे ही शोषण किया जाता है। कंगना ने पूछा कि अगर आज बबीता को कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? उन्होंने बबीता फोगाट को सुरक्षा मुहैया कराए जाने की भी माँग की। रंगोली की ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए खत्री ने रंगोली के खिलाफ जातिवाद का जहर उगलते हुए ‘चांडाल’ कहा था। इसी तरह कई लोगों ने उन पर हमले किए। आरजे सायमा ने तो उन पर एफआईआर दर्ज कराने की भी माँग की थी और हमलावरों का बचाव किया था।