Sunday, September 1, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजनमाँ के सामने सेक्स टॉय की बातें सही, माँ के साथ TV पर खुद...

माँ के सामने सेक्स टॉय की बातें सही, माँ के साथ TV पर खुद का रोस्ट देखना दुखद: इतना दोगलापन कहाँ से लाते हैं करण जौहर, खुद हैं बॉलीवुड के सबसे बड़े गॉसिपबाज

क्या बॉलीवुड के इन रसूखदार लोगों ने कभी सोचा कि टीवी पर कई लोग अपनी माँ, अपनी बहन या अपने बच्चों के साथ इस शो को देख रहे होंगे? उन्होंने तब नहीं सोचा, फिर अब अचानक से उन्हें नैतिकता का ज्ञान कहाँ से याद आ गया?

बॉलीवुड फ़िल्में देखने वाला हर शख्स करण जौहर को जानता है। उनकी फ़िल्में ‘कुछ कुछ होता है’ (1998), ‘कभी ख़ुशी कभी गम’ (2001), ‘कभी अलविदा ना कहना’ (2006) और ‘माई नेम इज खान’ (2010) को शाहरुख़ खान की करियर को परिभाषित करने वाली मानी गईं। ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ (2012) से उन्होंने वरुण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा का डेब्यू कराया। ‘ऐ दिल है मुश्किल’ (2016) और ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ (2023) कुछ खास नहीं चलीं, लेकिन दोनों फ़िल्में बड़े ग्रैंड स्केल पर बनाई गई थीं और चर्चित रहीं।

इन सबसे भी ज़्यादा करण जौहर की पहचान बॉलीवुड के सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में होती है। उन्होंने अपनी कंपनी ‘धर्मा प्रोडक्शंस’ के बैनर तले 50 से भी अधिक फिल्मों का निर्माण किया है। कई कॉमेडी शो में करण जौहर खुद का मजाक बनाते हुए भी नज़र आते हैं। करण जौहर के पिता यश जौहर भी फ़िल्मी दुनिया में एक बड़ा नाम थे और उन्होंने अमिताभ बच्चन की ‘दोस्ताना’ (1980) और ‘अग्निपथ’ (1990) जैसी फ़िल्में प्रोड्यूस की।

करण जौहर को बुरा लग गया, किसी ने उसकी नकल कर दी

यहाँ हम करण जौहर की बात इसीलिए कर रहे हैं, क्योंकि एक इंस्टाग्राम स्टोरी के कारण वो चर्चा में हैं। उन्हें बुरा लग गया है, उनका मजाक बनाया गया इसीलिए। करण जौहर ने लिखा, “मैं अपनी माँ के साथ बैठ कर टेलीविजन देख रहा था। उसी दौरान एक रियलिटी कॉमेडी शो का प्रोमो दिखा, जो कि एक सम्मानित माने जाने वाले चैनल का है। एक कॉमेडियन बहुत बुरे तरीके से मेरी नकल कर रहा था। मैं ट्रॉल्स या बिना चेहरे-नाम वाले लोगों से ये अपेक्षा कर सकता हूँ, लेकिन आप जिस इंडस्ट्री का 25 से भी अधिक वर्षों से हिस्सा हैं उसके लोग ऐसा करते हैं तो वो आज के समय के बारे में बताता है।”

करण जौहर का कहना है कि इससे उन्हें गुस्सा नहीं आया बल्कि दुःख हुआ है। बॉलीवुड की एक अन्य प्रोड्यूसर एकता कपूर, जो बीते जमाने के स्टार रहे जितेंद्र की बेटी हैं, उन्होंने करण जौहर का समर्थन किया। सास-बहू वाली सीरियल बनाने वाली एकता कपूर ने लिखा कि ऐसा कई बार हुआ है, शो और अवॉर्ड फंक्शन्स में ख़राब मजाक दिखाया जा रहा है और वो उम्मीद करते हैं कि आप उसका हिस्सा बनें। एकता कपूर ने कहा कि करण जौहर को उन्हें कहना चाहिए कि वो उनकी तरह एक क्लासिक फिल्म बना कर दिखाएँ।

करण जौहर ने माँ के साथ देख ली अपनी मिमिक्री तो इंस्टाग्राम पर डाल दी स्टोरी

ये बड़े आश्चर्य की बात है कि कॉमेडी ख़राब भी हो सकती है, ये बॉलीवुड के प्रभावशाली लोगों को तभी पता चलता है जब बात खुद उन पर आती है। और खुद पर भी आती है तो भी कोई दिक्कत नहीं है, अगर उन्हें इसकी एवज में पैसे मिल रहे हों। रोस्ट शो में जाकर फिर वो खुद का मजाक भी उड़वाते हैं। वहीं कॉमेडी शो में लोगों की शारीरिक संरचना के आधार पर मजाक बनाया जाता है, गर्भवती महिलाओं का मजाक बनाया जाता है, लुक्स पर मजाक बनाए जाते हैं – तब ये चूँ तक नहीं करते।

किसने की करण जौहर की नक़ल, क्या कहा

करण जौहर यहाँ जिस कॉमेडियन की बात कर रहे हैं उनका नाम केतन सिंह है और जिस चैनल की बात कर रहे हैं वो ‘सोनी टीवी’ है। शो का नाम है ‘मैडनेस मचाएँगे’, जिसमें ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के गाने ‘राधा तेरी चुनरी’ के साथ कॉमेडियन केतन सिंह की एंट्री होती है और वो सूट-बूट पहन कर करण जौहर की स्टाइल में बात करते हुए कहते हैं कि उन्होंने इतने स्टार किड्स को लॉन्च किया है कि उनका डाइल प्लान ‘ब्रेकफास्ट, लॉन्च और डिनर’ का हो गया है।

इस शो में सुपरस्टार रजनीकांत और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का भी मजाक बनाया गया। केतन सिंह करण जौहर की स्टाइल में बोल रहे थे, लेकिन प्रोमो में कोई अश्लीलता नहीं दिखी। बात ये है कि करण जौहर खुद दुनिया भर के गॉसिप कर सकते हैं, लेकिन एक मजाक उनसे बर्दाश्त नहीं हुआ? अब केतन सिंह ने माफ़ी माँगते हुए कहा है कि उनका इरादा किसी को दुःख पहुँचाने का नहीं था। उन्होंने कहा कि वो ‘कॉफी विथ करण’ इंटरव्यू शो में करण जौहर को देखना पसंद करते हैं, इसीलिए उन्होंने उनकी नक़ल उतारी।

केतन सिंह ने खुद को करण जौहर के काम का फैन बताते हुए कहा कि वो उन्हें देख कर काफी सीखते हैं। बकौल केतन सिंह, ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ उन्होंने 5-6 बार देखी है। केतन सिंह का कहना है कि उन्होंने सिर्फ दर्शकों के मनोरंजन के लिए उनकी मिमिक्री की थी। अब बात साफ़ है, भला पानी में रहना है तो मगरमच्छ से दुश्मनी क्यों ली जाए! केतन सिंह जैसे कलाकार छोटे-मोटे रोल करते हैं, ऐसे में वो एक ऐसे परिवार से दुश्मनी नहीं ही लेंगे जो पिछले 50 वर्षों से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय है। वैसे भी मिमिक्री आर्टिस्ट्स की गलती नहीं होती है, चैनल उनसे ये सब करवाता है।

करण जौहर भूल गए AIB का वो शो, उनकी माँ भी थीं मौजूद

अभी आपने देखा कि कैसे करण जौहर को बुरा लग क्या कि किसी ने उनकी नक़ल क्यों की, क्योंकि वो अपनी माँ के साथ TV देख रहे थे। अब चलते हैं थोड़ा पीछे और देखते हैं कि करण जौहर को अपनी माँ के साथ क्या देखना बुरा लगता है और क्या नहीं। 2015 में ‘ऑल इंडिया बकचो$ (AIB)’ का एक शो आया था ‘नॉकआउट’ नाम से, जिसका हिस्सा करण जौहर के साथ-साथ अभिनेता रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर भी थे। उस शो में हद दर्जे की अश्लीलता परोसी गई थी।

क्या बॉलीवुड के इन रसूखदार लोगों ने कभी सोचा कि टीवी पर कई लोग अपनी माँ, अपनी बहन या अपने बच्चों के साथ इस शो को देख रहे होंगे? उन्होंने तब नहीं सोचा, फिर अब अचानक से उन्हें नैतिकता का ज्ञान कहाँ से याद आ गया? इस दौरान खुद करण जौहर ने अभिनेताओं के इंट्रो के लिए धन्यवाद देते हुए कहा था कि उनकी माँ दर्शकों की पहली दीर्घा में बैठी हैं और शो ख़त्म होते-होते उन्हें एम्बुलेंस की ज़रूरत पड़ सकती है। याद दिला दें कि रणवीर सिंह का इंट्रो देते समय महिला कॉमेडियन ने सेक्स तोय ‘डिल्डो’ की बात भी की थी।

बताइए, माँ के सामने सेक्स टॉय की बात हुई तो करण जौहर को बुरा नहीं लगा, लेकिन उनकी मिमिक्री टीवी पर किसी छोटे-मोटे कलाकार ने कर दी तो उन्हें बुरा लग गया। कॉमेडियन अदिति मित्तल के लिए उन्होंने ‘Asshole’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान डबल मीनिंग बातें भी की गईं। करण जौहर ने कहा कि रणवीर सिंह अंतिम बार किसी अच्छी चीज के भीतर थे, तो वो दीपिका पादुकोण थीं। एक दृश्य में रणवीर सिंह झुक कर बैठते हैं तो करण जौहर कहते हैं कि ये तो उनकी ‘पोजीशन’ है।

इस शो में दर्शकों में अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा और दीपिका पादुकोण भी बैठी हुई थीं। फिल्म समीक्षक राजीव मसंद ने कहा था कि करण जौहर ‘Slutty’ हैं और उनका ‘Cock’ गॉसिप से भी ज्यादा तेज़ यात्रा करता है। शो में बार-बार ‘Fuck’ शब्द का इस्तेमाल हुआ। सोचिए, उस समय करण जौहर को ये ख्याल भी नहीं आया कि उनकी माँ वहाँ पर मौजूद हैं। वैसे भी बॉलीवुड में मजाक बनाया जाना कोई नई बात नहीं है, ऐसे लेकर मजाक बनाया जाता है और बना भी जाता है।

एक बार एक अवॉर्ड शो में मंच से शाहरुख़ खान और सैफ अली खान ने नील नितिन मुकेश का मजाक बनाया था, जबकि उनके पिता भी बगल में बैठे हुए थे। नील नितिन मुकेश ने जब आपत्ति जताई तो, शाहरुख़ खान मजाक बनाते हुए कहने लगे कि ये ऐसे बोल रहा है जैसे विधु विनोद चोपड़ा या आशुतोष गोवारिकर की फिल्म मिल गई है। इसी तरह मंच पर सुशांत सिंह राजपूत का भी मजाक बनाया गया था। ऐसे में करण जौहर की इंस्टाग्राम स्टोरी उनके दोगले रवैये का अलावा और कुछ नहीं है

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

अनुपम कुमार सिंह
अनुपम कुमार सिंहhttp://anupamkrsin.wordpress.com
भारत की सनातन परंपरा के पुनर्जागरण के अभियान में 'गिलहरी योगदान' दे रहा एक छोटा सा सिपाही, जिसे भारतीय इतिहास, संस्कृति, राजनीति और सिनेमा की समझ है। पढ़ाई कम्प्यूटर साइंस से हुई, लेकिन यात्रा मीडिया की चल रही है। अपने लेखों के जरिए समसामयिक विषयों के विश्लेषण के साथ-साथ वो चीजें आपके समक्ष लाने का प्रयास करता हूँ, जिन पर मुख्यधारा की मीडिया का एक बड़ा वर्ग पर्दा डालने की कोशिश में लगा रहता है।

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -