बॉलीवुड गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की आवाज पर बहस छिड़ी हुई है। यह विवाद तब शुरू हुआ, जब कावेरी नाम की एक ट्विटर यूजर ने कहा कि लता मंगेशकर की आवाज ‘ओवर रेटेड’ है और उन्होंने इंडस्ट्री में लोगों के करियर बर्बाद किए। इसके बाद ट्विटर पर मौजूद तमाम लोग ये ट्वीट करने वाली कावेरी के पक्ष और विपक्ष में लिखने लगे।
दरअसल, कावेरी नाम की एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “भारतीयों को ये मानने के लिए ब्रेनवॉश किया गया है कि लता मंगेशकर की आवाज़ अच्छी है। यही नहीं, उनकी आवाज़ बिगड़ी हुई और बहुत ज़्यादा इस्तेमाल की हुई (ओवर यूज्ड) है।”
Indians have been brainwashed into thinking that Lata Mangeshkar has a good voice.
— Kaveri 🇮🇳 (@ikaveri) January 13, 2021
कावेरी के इस ट्वीट पर अब तक लगभग डेढ़ हजार रीट्वीट और करीब साथ हजार लाइक भी आ चुके हैं। उन्होंने इस पर एक नहीं बल्कि कई ट्वीट करते हुए लिखा, “लता मंगेशकर ने अपनी आवाज़ की उम्र से अधिक गाने गाए। संगीत से जुड़े जो लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते, वो इसलिए क्योंकि लता मंगेशकर पावरफुल थीं और इसलिए कोई उनसे भिड़ना नहीं चाहता था। लता मंगेशकर लोगों को तबाह करने का दम रखती थीं।”
जब यह विवाद बढ़ने लगा तो कावेरी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्होंने ये बात पहले भी कई बार कही लेकिन तब उन्हें इस स्तर तक नहीं सुना गया था।
कावेरी ने लता मंगेशकर को लेकर ट्वीट जारी रखते हुए लिखा, “मुझे खुशी है कि उन्होंने उमराव जान के लिए गाना नहीं गाया। पाकीजा तक वो मुझे इतनी बुरी नहीं लगीं, इसलिए मुझे इससे ज्यादा ऐतराज नहीं है। मुझे इन दोनों ही फिल्मों के ओएसटी पसंद हैं।”
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा कि लता मंगेशकर ने अकेले ही कई लोगों के करियर तबाह किए, जिनमें से एक अनुराधा पौढ़वाल भी हैं। इस पर कावेरी ने जवाब में लिखा कि वो बस ये कहने ही वाली थी और लता मंगेशकर रेखा भारद्वाज के साथ भी यही करती अगर वो समकालीन होते।
कावेरी के ही इस ट्विटर थ्रेड पर एक अन्य यूज़र ने भी अपनी सहमति जताते हुए कुछ और उदाहरणों का भी जिक्र करते हुए लिखा, “इसके बाद आप कहेंगे कि शाहरूख खान हमेशा ओवर एक्टिंग करते हैं, सचिन तेंदुलकर को आवश्यकता से अधिक महत्त्व दिया गया और अमिताभ बच्चन को रिटायर हो जाना चाहिए, अब उन्हें झेलना मुश्किल है। मैं इनमें से किसी भी बात से अहसहमत नहीं हूँ।”
Next thing you will say Shahrukh Khan always overacts, Sachin gets wayy more attention than he deserves and Amitabh Bachchan should retire, we can’t tolerate him anymore. Wouldn’t disagree.
— Ron Swanson (@hereToCritic) January 14, 2021
इसके बाद इस विवाद में कूदने वालों में गायक अदनान सामी भी मौजूद थे। उन्होंने लता मंगेशकर के बचाव में ट्विटर पर लिखा, “बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद।” साथ ही उन्होंने कहा कि मुँह खोलकर दुनिया को अपनी मूर्खता के बारे में बताने के बजाय चुप रहना चाहिए।
‘Bandar Kya Jaane Adrak Ka Swaad’.
— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 14, 2021
…It’s better to stay silent and appear stupid than to open your mouth & remove all doubt!! https://t.co/kUi9dsfMGt
रमेश श्रीवत्स ने भी लता मंगेशकर के समर्थन में ट्वीट करते “लता मंगेशकर के खिलाफ ज़हर उगलना बंद करिए। अगर आज तक किसी भी इंसान की आवाज़ इतनी परफेक्ट रही है कि उसे किसी संगीत वाद्य की तरह इस्तेमाल किया जा सके तो वह लता मंगेशकर की आवाज़ है। वो एक वाद्य यंत्र जैसी परफेक्ट हैं, जिसमें भावनाएँ भी हैं।”
Please stop complaining about Lata Mangeshkar. If ever there was a human voice that was so perfect that it actually could be a musical instrument, that was Lata Mangeshkar. She was a perfect instrument + emotion.
— Ramesh Srivats (@rameshsrivats) January 14, 2021