Sunday, November 17, 2024
Homeविविध विषयअन्यसाल भर में 4.7 करोड़ नौकरियाँ बढ़ी, रोजगार वृद्धि दर हुआ डबल: RBI ने...

साल भर में 4.7 करोड़ नौकरियाँ बढ़ी, रोजगार वृद्धि दर हुआ डबल: RBI ने जारी किए आँकड़े, विदेशी बैंक की शोध रिपोर्ट का खोट भी आया सामने

RBI की रिपोर्ट बताती है कि वित्त वर्ष 2023-24 के बीच भारत में 4,66,59,221 रोजगा पैदा हुए। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश में रोजगार बढ़ कर 64.33 करोड़ हो गए। यह 2022-23 के दौरान 59.66 करोड़ थीं।

भारत की अर्थव्यवस्था में वर्ष 2023-24 में 4.7 करोड़ रोजगार के नए अवसर बने हैं। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट से सामने आई है। देश में काम करने वालों की संख्या अब 64 करोड़ को पार कर गई है। भारत बीते कुछ वर्षों में 2 करोड़ रोजगार औसतन पैदा करने में सफल रहा है। इस जानकारी से सिटीबैंक की उस हालिया रिपोर्ट पर प्रश्नचिन्ह लगे हैं जिसमें कहा गया था कि भारत अपनी 7% की वृद्धि दर से भी जरूरत भर रोजगार नहीं पैदा कर पाएगा।

RBI की रिपोर्ट बताती है कि वित्त वर्ष 2023-24 के बीच भारत में 4,66,59,221 रोजगार पैदा हुए। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश में रोजगार बढ़ कर 64.33 करोड़ हो गए। यह 2022-23 के दौरान 59.66 करोड़ थीं। यानी इनमें 2023-24 के बीच लगभग 6% की वृद्धि हुई।

RBI द्वारा दिया गया यह आँकड़ा अनंतिम है। यह जानकारी RBI की KLEMS डाटा रिपोर्ट में सामने आई है। इस रिपोर्ट में 2023-24 के अलावा पिछले वर्षों में पैदा हुए रोजगार का आँकड़ा भी है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2017-18 के बाद रोजगार जारी होने में तेजी आई है।

रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 से लेकर 2021-22 के बीच देश में लगभग 8 करोड़ से अधिक रोजगार पैदा हुए हैं। यानी इस दौरान देश में औसतन हर साल 2 करोड़ से रोजगार लोगों को मिले हैं। यह इसलिए बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इस दौरान कोविड महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को भी बड़ा झटका लगा था।

सिटीबैंक रिपोर्ट का दावा फेल आई सामने

भारत में रोजगार के संबंध में आई यह जानकारी हाल ही में आई सिटीबैंक समूह की एक रिपोर्ट के दावों को नकारती है। सिटीबैंक समूह ने हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत आने वाले वर्षों में अपनी जनसंख्या के लिए जरूरी रोजगार पैदा नहीं कर सकेगा। सिटीबैंक की इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में 7% वृद्धि दर होने के बाद भी जरूरी रोजगार के अवसर पैदा नहीं होंगे।

सिटीबैंक का कहना है कि भारत को औसतन हर वर्ष 1.2 करोड़ रोजगार पैदा करने होंगे ताकि हर वर्ष रोजगार के बाजार में उतने वाले नए लोग रोजगार पा सकें। सिटीबैंक का अनुमान है कि भारत यदि 7% से बढ़ता है तो हर वर्ष 80-90 लाख रोजगार ही पैदा कर पाएगा। सिटीबैंक ने इसके अलावा भारत में रोजगार के तरीके पर भी प्रश्न खड़े किए थे।

अब RBI द्वारा सामने रखे गए आँकड़ों से साफ़ हो गया है कि भारत लगातार हर साल औसतन 2 करोड़ रोजगार पैदा करने में सक्षम है। उसने ऐसा लगातार कई वर्षों तक वैश्विक महामारी और मंदी के समय में भी कर दिखाया है। ऐसे में सिटीबैंक का अनुमान सही नहीं दिखता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘भगवा लव ट्रैप’ का प्रोपेगेंडा रचने वाले मौलाना नोमानी की खिदमत में शौहर संग पहुँची स्वरा भास्कर: लड़कियों के स्कूल जाने को बता चुका...

भाजपा को वोट देने वालों का हुक्का-पानी बंद करने की अपील करने वाले सज्जाद नोमानी से स्वरा भास्कर और उनके शौहर ने मुलाकात की।

कार्तिक पूजा कर रहे थे हिंदू, ‘ईशनिंदा’ का आरोप लगा इस्लामी कट्टरपंथियों ने बोला धावा: बंगाल में पत्थरबाजी-आगजनी, BJP ने साझा किया हिंसा का...

मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा कस्बे में शनिवार (16 नवंबर 2024) की शाम को उग्र इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदू समुदाय के घरों पर हमला कर दिया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -