भारत और पाकिस्तान के बीच आज (अक्टूबर 24, 2019) करतारपुर कॉरिडोर को लेकर फैसला हो गया। दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यानी गुरुवार को इस मामले के मद्देनजर सहमति पत्र पर अपने-अपने हस्ताक्षर किए। भारत की ओर से इस मौक़े पर गृह मंत्रालय के अधिकारी एससीएल दास उपस्थित रहे, जबकि पाकिस्तान की ओर से विदेश मंत्रालय के अधिकारी मोहम्मद फैसल।
SCL Das, Joint Secretary, MHA, after India & Pakistan signed agreement on #KartarpurCorridor today: For registration of pilgrims, online portal (https://t.co/CoJkXESddB) has gone live today. pic.twitter.com/OI75xuyUO1
— ANI (@ANI) October 24, 2019
दोनों देशों के बीच पहले ये समझौता 23 अक्टूबर को साइन किया जाना था, लेकिन आखिरी मौक़े पर इसकी तिथि एक दिन आगे बढ़ा दी गई। लंबे इंतजार के बाद दोनों देशों के बीच ये समझौता हुआ।
Joint Secy MHA, after India&Pak signed agreement on #KartarpurCorridor: Corridor will be open from dawn to dusk. Pilgrims travelling in morning will have to return on the same day. Corridor will be operational throughout the yr, except on notified days, to be informed in advance https://t.co/K3vogJD9FA pic.twitter.com/FzsiJpeEDV
— ANI (@ANI) October 24, 2019
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव एससीएल दास ने इसपर हस्तात्क्षर करने के बाद जानकारी दी कि आज से पोर्टल पर करतारपुर कॉरिडोर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कॉरिडोर सुबह से शाम तक खुला रहेगा, लेकिन सुबह यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को उसी दिन लौटना होगा।
SCL Das, Joint Secretary, MHA, after India & Pakistan signed agreement on #KartarpurCorridor today: For registration of pilgrims, online portal (https://t.co/CoJkXESddB) has gone live today. pic.twitter.com/OI75xuyUO1
— ANI (@ANI) October 24, 2019
इस दौरान गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि पाकिस्तान इस समझौते में गुरुद्वारे के परिसर में लंगर और प्रसाद वितरण के लिए महत्तवपूर्ण प्रावधान बनाने को राजी हो गया है।
लेकिन, बता दें भारत के विरोध के बावजूद भी वह यात्रियों से 20 डॉलर फीस लेने पर अड़ा है। जिसे भारत ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भारत ने कहा है कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान ने तीर्थ यात्रियों से चार्ज वसूलने के फैसले को नहीं बदला। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भारत ने पाकिस्तान को यात्रियों से 20 डॉलर चार्ज वसूलने वाले फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था, लेकिन पाकिस्तान इसपर राजी नहीं हुआ।
SCL Das. Joint Secretary, Ministry of Home Affairs, after India & Pakistan signed agreement on #KartarpurCorridor today: The Pakistan side has agreed to make sufficient provision for ‘langar’ and distribution of ‘prasad’ in the Gurdwara premises. pic.twitter.com/BLmN2kbnuE
— ANI (@ANI) October 24, 2019
गौरतलब है कि इस समझौते के बाद पाकिस्तान ने करतारपुर का गलियारा तीर्थयात्रियों के लिए 9 नवंबर से खोलने का ऐलान किया है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा किया जाएगा। ये कॉरिडोर करतारपुर के दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिला के डेरा बाबा नानक धर्मस्थल से जोड़ेगा। जिससे भारतीय तीर्थयात्री वहाँ केवल वैध पासपोर्ट की मदद से बिना वीजा जा पाएँगे।
SCL Das, Joint Secretary, MHA: Indian pilgrims of all faith and persons of Indian origin they can use the #KartarpurCorridor. The travel will be visa-free. Pilgrims need to carry only a valid passport. https://t.co/K3vogJlyO2
— ANI (@ANI) October 24, 2019