Tuesday, March 19, 2024
Homeविविध विषयअन्यपहली बार ओलंपिक में स्केटबोर्डिंग: 13 साल की बच्चियों के गले में गोल्ड और...

पहली बार ओलंपिक में स्केटबोर्डिंग: 13 साल की बच्चियों के गले में गोल्ड और सिल्वर, ब्रान्ज विजेता 16 बरस की

ब्राजील की 13 वर्षीय रेसा लील को सिल्वर मेडल मिला। वे ओलंपिक में मेडल जीतने वाली विश्व की सबसे युवा खिलाड़ी बन गई हैं।

जापान की राजधानी टोक्यो में चल रहे ओलंपिक में सोमवार (26 जुलाई 2021) को एक अलग नजारा देखने को मिला, जब पोडियम पर मेडल लेने के लिए खड़ी हुईं 3 विजेता खिलाड़ियों में से 2 की उम्र मात्र 13 और एक की 16 साल थी। स्केटबोर्डिंग इवेंट में गोल्ड और ब्रॉन्ज (कांस्य) मेडल जापान की मोमिजी निशिया और नकायामा को मिला, जबकि ब्राजील की रेसा लील को सिल्वर मेडल मिला है।

स्केटबोर्ड उन चार खेलों में से एक है जिन्हें इस साल टोक्यो में आयोजित हुए ओलंपिक खेलों में शामिल किया गया है। अब ये नियमित तौर पर ओलंपिक में खेले जाएँगे। महिलाओं के स्केटबोर्डिंग इवेंट में मेजबान जापान का दबदबा रहा। हालाँकि इस खेल में जापान की परफॉर्मेंस से ज्यादा चर्चा मेडल जीतनी वाली खिलाड़ियों की उम्र की रही।

नए-नवेले स्केटबोर्डिंग इवेंट में गोल्ड मेडल जापान की मोमिजी निशिया ने जीता। निशिया की उम्र मात्र 13 साल 330 दिन है। जापान के शहर ओसाका की रहने वाली निशिया ने इसी साल रोम में हुई वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था, लेकिन उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि आज खेलों के इस महाकुंभ में उन्होंने आखिरकार गोल्ड मेडल जीत ही लिया। ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली फुना नकायामा भी जापान की रहने वाली हैं। 16 वर्षीय नकायामा के ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर निशिया ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हीं के देश की खिलाड़ी ने उनके साथ मेडल जीता है।

ब्राजील की 13 वर्षीय रेसा लील ने 14.64 का स्कोर करके स्केटबोर्डिंग इवेंट में सिल्वर मेडल जीता। हालाँकि लील भले ही गोल्ड मेडल जीतने में सफल न हो सकी हों लेकिन उन्होंने एक रिकॉर्ड जरूर बना दिया। सिल्वर मेडल जीतने के बाद ही लील न केवल ब्राजील बल्कि ओलंपिक में मेडल जीतने वाली विश्व की सबसे युवा खिलाड़ी बन गई हैं। हालाँकि स्केटबोर्ड के इस इवेंट में फाइनल में पहुँचने वाले खिलाड़ियों में से आधे खिलाड़ियों की उम्र 16 साल से कम थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘प्रियंका गाँधी ने मेरे पति से कहा- अदिति सिंह के चरित्र को बदनाम करो, तब दूँगी टिकट’: रायबरेली की विधायक का खुलासा, सुनाई राहुल...

कौल अदिति सिंह, राहुल गाँधी उस दौरान उनसे पूछा कि उत्तर प्रदेश में हमारे पास कितने विधायक हैं? अदिति सिंह ने जवाब दिया - सात। बकौल महिला विधायक, इसके बाद राहुल गाँधी ने अपना सिर ऊपर की तरफ उठाया और जोर से हँसने लगे।

दलित की हत्या, कहीं धारदार हथियार से हमला, किसी की दुकान फूँकी… लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल में फिर TMC गुंडों के टारगेट पर...

पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमलों की संख्या बढ़ गई है। लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा होते ही राजनीतिक हिंसा की नई लहर चल पड़ी है, जिसमें टीएमसी के कार्यकर्ता बीजेपी कार्यकर्ताओं, नेताओं पर जानलेवा हमले कर रहे हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe