कोरोना संक्रमण का खतरा अभी थमा नहीं है। पूरा विश्व अभी भी इससे त्रस्त है। चीन में तो दोबारा लॉकडाउन लगा दिया गया है। वहीं भारत में कोरोना का खतरनाक वेरिएंट सामने आया है जो कि अधिक संक्रामक और घातक है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन सरकार ने उत्तर-पश्चिमी शहर लान्झोउ में लॉकडाउन लगाया है। प्रशासन ने कहा है कि इमरजेंसी की स्थिति में ही लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति मिलेगी। इस शहर की जनसंख्या करीबन 40 लाख है जहाँ हाल में 6 नए केस मिले हैं।
चीनी प्रशासन लान्झोउ में लोगों के आने-जाने पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। निर्देश दिए गए हैं कि केवल जरूरी चीजों की सप्लाई या फिर मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए ही घर से बाहर निकलें। इसके अलावा पर्यटन स्थलों पर भी लोगों की आवाजाही सीमित की गई है। स्थानीय आपस में मिल भी नहीं सकते।
35,700 आबादी वाले इनर मंगोलिया के एजिन काउंटी में भी लोगों को घर में रहने को कहा गया है। वहाँ बीते हफ्ते 150 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद वहाँ के स्वास्थ्य आयोग ने चेतावनी जारी की थी कि अगर मात्र 1 हफ्ते में कोविड इन्फेक्शन 11 राज्यों में फैल गया है तो आने वाले समय में तो हालात और बदतर होंगे।
बता दें कि चीन में जहाँ कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के कारण संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। वहीं भारत के मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में कोविड के डेल्टा वेरिएंट के सबलाइन के मामलों का पता चला है। नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) से जारी जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में इंदौर में इस नए वेरिएंट के 7 केसों का पता चला था। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सैत्य ने कहा कि संक्रमित लोगों में से 2 लोग महू छावनी में तैनात सेना अधिकारी हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि नया संस्करण डेल्टा स्ट्रेन की तुलना में अधिक संक्रामक और घातक है। इसे डेल्टा प्लस-AY4.2 कहा जाता है। स्वास्थ्य एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस नए वेरिएंट में सभी अनुक्रमों का लगभग 6 फीसद हिस्सा है। इसे यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) द्वारा VUI-21OCT-01 नाम दिया है। समस्या की बात ये है कि कोरोना का यह वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है।