Thursday, November 14, 2024
Homeविविध विषयअन्य'तिरंगे को ऊँचा देखना मेरा सपना था' : संकेत के बाद अब गुरुराज ने...

‘तिरंगे को ऊँचा देखना मेरा सपना था’ : संकेत के बाद अब गुरुराज ने भारत को दिलाया CWG में पदक, 1 दिन में दूसरी उपलब्धि

गुरुराज ने कहा, "मैं बहुत खुश हूँ। आज का दिन अच्छा था। संकेत ने सिल्वर जीता और मैंने ब्रॉन्ज। ये देश के लिए दूसरा मेडल है। मैं अच्छा कर सकता था। मैं हाल में बीमार हो गया था और रिकवर करके अब सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया।"

इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दूसरे दिन भारत के हिस्से दो पदक आ चुके हैं। ये दोनों पदक वेटलिफ्टिंग में आए हैं। आज (30 जुलाई 2022) सुबह जहाँ भारत के संकेत महादेव सरगर ने 55 किग्रा वेट उठाने में सिल्वर पदक जीता था। वहीं अब गुरुराज पुजारी ने 61 किग्रा के इवेंट में कास्य पद जीता है।

जानकारी के मुताबिक. गुरुराज ने स्नैच में 118 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 151 किग्रा का भार उठाया। उन्होंने 269 किलो का कुल भार उठाकर कास्य को जीता जबकि मलेशिया के अजनिल बिन ने 285 भारत उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं पापुआ न्यू गिनी के मोरिया बारू ने 273 किलोग्राम वजन उठाकर सिल्वर मेडल जीता।

बता दें कि भारत को दूसरा मेडल दिलाने वाले गुरुराज 29 साल के हैं। उनका जन्म 15 अगस्त 1992 को कुंडापुरा में हुआ था। वह कर्नाटक के उडुपी जिले के रहने वाले हैं। साल 2018 में भी उन्होंने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ खेलों में 56 किलो वर्ग में भारत को सिल्वर पदक दिलाया था। अब दूसरी दफा ऐसा मौका है कि देश के नाम उन्होंने मेडल जोड़ा। उनकी इस उपलब्धि के बाद गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी ने भी उन्हें बधाई दी।

उन्होंने कहा, “मैं बहुत खुश हूँ। आज का दिन अच्छा था। संकेत ने सिल्वर जीता और मैंने ब्रॉन्ज। ये देश के लिए दूसरा मेडल है। मैं अच्छा कर सकता था। मैं हाल में बीमार हो गया था और रिकवर करके अब सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया। मैं अपना मेडल अपनी पत्नी और समर्थकों को समर्पित करता हूँ।” उन्होंने कहा, “मैं शब्दों में नहीं समझा सकता। तिरंगे को ऊँचा देखना मेरा सपना था।”

गुरुराज से पहले वेटलिफ्टर संकेत महादेव ने 55 किलो की वेट लिफ्टिंग में देश को रजत पदक दिलवाया था। बर्मिंघम में हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में वेटलिफ्टर संकेत ने पहले प्रयास में 113 किग्रा भार उठाया था और दूसरे राउंड में 135 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया था।

संकेत के कोहनी में चोट आने की वजह से वह गोल्ड लाते लाते चूक गए थे और केवल 248 किलोग्राम वजन उठा पाए थे। इस इवेंट में मलेशिया के अनीक कासदान ने 1 किलो ज्यादा उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। वहीं श्रीलंका के दिलांका कुमारा ने 225 किलोग्राम उठाकर कास्य पदक को जीता था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ट्रंप सरकार में हिंदू नेता भी, जानिए कौन हैं तुलसी गबार्ड जो होंगी अमेरिकी इंटेलीजेंस की मुखिया: बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए भी उठा चुकी...

डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका की पहली हिन्दू सांसद तुलसी गबार्ड को डायरेक्टर ऑफ़ नेशनल इंटेलिजेंस (DNI) नियुक्त किया है।

भारत माता की मूर्ति क्यों उठवाई: मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस की कार्रवाई को बताया ‘अत्याचार’, कहा- BJP को वापस करो

मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस को निर्देश दिया है कि वो भाजपा कार्यालय से उठाई गई 'भारत माता' की मूर्ति को वापस करें।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -