ट्विटर का देसी विकल्प तलाशने वाले जितनी जल्दी में koo ऐप की ओर शिफ्ट हो रहे हैं उसे देख ये भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म अपने नए यूजर्स को हर सुविधा देने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान इस ऐप पर कुछ लोगों ने सवाल खड़ा कर ये बताया है कि इसका कनेक्शन चीनी इन्वेस्टर से है।
हालाँकि, ऐसे प्रश्नों के जवाब देते हुए koo के सह संस्थापक अप्रमेय ने अपने ट्विटर पर बताया कि एक चीनी कंपनी के पास उनका थोड़ा स्टेक है लेकिन वह प्रतिशत जल्द ही दूसरी कंपनियाँ खरीदने वाली हैं।
Koo is an India registered company with Indian founders. Raised earlier capital 2.5 years ago. Latest funds for Bombinate Technologies is led by a truly Indian investor 3one4 capital. Shunwei (single digit shareholder) which had invested in our Vokal journey will be exiting fully
— Aprameya R (@aprameya) February 10, 2021
बुधवार को उन्होंने अपने ट्वीट में बताया कि KOO एक भारत में रजिस्टर्ड कंपनी है और इसके सभी संस्थापक भारतीय हैं। उन्होंने लिखा, “2.5 साल पहले पूँजी जुटाई थी। बॉम्बिनेट टेक्नोलॉजीस के लिए नए फंड्स भारतीय निवेशक 3one4 कैपिटल से मिले हैं। शुनवेई, जिसने हमारे वोकल में निवेश किया था, अब पूरी तरह से इससे बाहर जा रही है।”
अप्रमेय ने यह भी बताया कि कैसे लोग धड़ाधड़ उनकी एप्लीकेशन पर शिफ्ट हो रहे हैं कि उन्हें पहले से बहुत अधिक लोड झेलना पड़ रहा है। वह आभार व्यक्त करते हुए लिखते हैं, “हमें उम्मीद से अधिक प्यार मिला। हमारे सिस्टम ने इससे पहले कभी इतना लोड नहीं महसूस किया। अपना विश्वास दिखाने के लिए आभार। हम इस पर काम कर रहे हैं। हम इस दौरान आपका संयम और समय दोनों की कामना करते हैं। आइए इसे साथ में करते हैं।”
We have got more love than we expected. Our systems are facing more load than ever. Thank you for placing your trust in us. Our team is working on overdrive to fix it. We request your patience and support through this time. Let’s do this together!
— Aprameya R (@aprameya) February 10, 2021
गौरतलब है कि ऐसे समय में जब देश में चीन के खिलाफ़ नाराजगी और गुस्से का माहौल हो, उस दौरान घरेलू ऐप में चीनी निवेश उस ब्रांड की छवि को खराब करने का काम कर सकता है। इसलिए KOO ऐप इसका पूरा ध्यान रख रही है। हाल में 30 करोड़ का फंड इकट्ठा किया गया है। इसके निवेशकों में पूर्व इंफोसिस सीएफओ मोहनदास पई द्वारा समर्थित 3one4capital भी शामिल है। इसके दूसरे निवेशक में कलारी कैपिटल और ब्लूम वेंचर्स का नाम भी शामिल है। बता दें कि मार्च 2020 में अप्रमेय और मयंक बिदावतका द्वारा स्थापित किया गया था, जिसे आज आत्मनिर्भर भारत की चुनौती का एक तरह का विजेता माना जा रहा है।