Sunday, May 5, 2024
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34 साल बाद अर्जुन तेंदुलकर ने दोहराया पिता वाला इतिहास, रणजी ट्रॉफी के डेब्यू में ही ठोक डाला शतक: 7वें नंबर पर उतर कर की गेंदबाजों की धुनाई

दरअसल, 34 साल पहले 11 दिसंबर, 1988 को पिता सचिन ने भी रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच में गुजरात के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी।

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच में ही शतक ठोक दिया है। अर्जुन ने इस शतक के साथ पिता सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी की है। सचिन ने भी रणजी ट्रॉफी में अपने पहले मैच में शतक बनाया था।

गोवा की तरफ से राजस्थान के खिलाफ 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे अर्जुन ने 120 रन बनाए। बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने राजस्थान के खिलाफ 12 चौके और 2 छक्के लगाए। अर्जुन ने 52 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया फिर 178 गेंद खेलकर शतक पूरा किया। अर्जुन के साथ बल्लेबाजी कर रहे सुयश प्रभु देसाई ने भी शतक लगाया है। दोनों ने छठे विकेट के लिए 221 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी की मदद से गोवा राजस्थान के खिलाफ मजबूत स्थिति में है। राजस्थान की टीम में कमलेश नागरकोटी और महिपाल लोमरोर जैसे घातक गेंदबाज हैं। अर्जुन का विकेट नागरकोटी ने ही लिया।

अर्जुन के शतकीय पारी के बाद से ही उनकी तुलना पिता सचिन तेंदुलकर से होने लगी है। दरअसल, 34 साल पहले 11 दिसंबर, 1988 को पिता सचिन ने भी रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच में गुजरात के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी। अर्जुन ने भी यह कारनामा दिसंबर के महीने में ही किया है। सचिन उस समय सिर्फ 15 साल के थे। सचिन ने दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में भी अपने पहले मैच में शतकीय पारी खेली थी।

अर्जुन बाएँ हाथ से तेज गेंदबाजी भी करते हैं। ऑलराउंडर अर्जुन इससे पहले मुंबई टीम का हिस्सा थे। महाराष्ट्र की तरफ से उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला था। बाद में उन्होंने गोवा टीम में अपनी जगह बनाई। सोमवार (13 दिसंबर, 2022) को उन्हें रणजी ट्रॉफी में पहला मैच खेलने का मौका मिला। मंगलवार 14 दिसंबर, 2022 को टीम का 5वाँ विकेट गिरने के बाद अर्जुन को बल्लेबाजी का मौका मिला। उसके बाद उन्होंने एक अनुभवी बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी की और 120 रनों की शानदार पारी खेल गए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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