पैरालंपिक के फाइनल में जगह बनाने वाली देश की पहली खिलाड़ी भाविना पटेल ने टोक्यो पैरालंपिक की महिला सिंगल्स की टेबल टेनिस में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीत लिया है। इसी के साथ भाविना टेबल टेनिस में भारत के लिए पैरालंपिक में पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी भी बन गई हैं। टेबल टेनिस की मैच में भाविना चीन की यिंग झोउ को मात नहीं दे पाई और गोल्ड से चूक गईं। वह चीन की यिंग झोउ से 7-11, 5-11, 6-11 से हार गईं।
Indian Para table tennis player Bhavina Patel brings home silver medal at #TokyoParaolympics
— ANI (@ANI) August 29, 2021
“She has made us proud, we will give her a grand welcome on her return,” says her father Hasmukhbhai Patel in Mehsana, Gujarat pic.twitter.com/nn6uZIQWu8
भाविना इससे पहले ग्रुप स्टेज में भी टोक्यो पैरालिंपिक में अपने पहले मैच में यिंग झोउ से हार गईं थी। झोउ एकमात्र ऐसी प्रतिद्वंद्वी रही है जिसे वह हरा नहीं सकी। गुजरात के मेहसाणा में उनका परिवार उनके लौटने पर भव्य स्वागत की प्लानिंग कर रहा है।
Nishad Kumar wins silver in High Jump T47 at Tokyo #Paralympics pic.twitter.com/ab4bjL1l7F
— ANI (@ANI) August 29, 2021
वहीं भारतीय पैरा एथलीट निषाद कुमार ने हाई जंप टी-47 में रजत पदक जीता। शानदार प्रतिभा के धनी निषाद कुमार शानदार प्रदर्शन करते हुए टॉप 3 में पहुँचे थे। उनका मुकाबला अमेरिका के 2 एथलीट से था। 20 साल के निषाद 2009 से पैरा स्पोर्ट्स में हिस्सा ले रहे हैं। 8 साल की उम्र में उनका एक एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उनका दाहिना हाथ कट गया।
कुमार हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने 10 साल की उम्र में पैरा स्पोर्ट्स को आगे बढ़ाने का फैसला किया। दुबई में विश्व चैंपियनशिप में, उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जहाँ उन्होंने कांस्य जीता। COVID-19 के कारण, टोक्यो पैरालिंपिक के लिए उनकी तैयारी थोड़ी धीमी हो गई। हालाँकि, जैसे ही स्थिति में सुधार हुआ, उन्होंने फिर से प्रयास करना शुरू कर दिया। यह आज (29 अगस्त 2021) के लिए भारत का दूसरा रजत पदक है।