Friday, April 26, 2024
Homeविविध विषयविज्ञान और प्रौद्योगिकीखुद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लॉन्च करेंगे एलन मस्क, कहा - 'फ्री स्पीच का...

खुद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लॉन्च करेंगे एलन मस्क, कहा – ‘फ्री स्पीच का पालन करने में विफल हुआ ट्विटर’

"यह देखा गया है कि ट्विटर पब्लिक टाउन स्क्वेयर के तौर पर काम करता है औऱ फ्री स्पीच कि सिद्धांतों का पालन नहीं कर पाने से लोकतंत्र कमजोर होता है। क्या करना चाहिए?"

अमेरिका के अरबपति उद्योगपति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क फेसबुक, ट्विटर की तरह ही अपना नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की तरफ इशारा किया है। रविवार (27 मार्च 2022) को उन्होंने भारतीय सॉफ्टवेयर डेवलपर प्रणय पाथोले से ट्विटर पर बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया।

मस्क के ट्वीट पर पाथोले ने उनसे सवाल किया, “एलन मस्क, क्या आप एक नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने की सोच रहे हैं? ऐसा प्लेटफॉर्म जिसमें एक ओपन-सोर्स एल्गोरिदम हो और जहाँ फ्री स्पीच और फ्री स्पीच का पालन करने को सर्वाधिक प्राथमिकता दी जाती है। मुझे लगता है कि इस तरह के एक प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है।”

ट्विटर पर एलन मस्क और पाथोले दोस्त हैं और पाथोले के सवाल के जवाब में मस्क ने कहा, “(मैं) इस पर गंभीरता से विचार कर रहा हूँ।” एलन मस्क द्वारा इस रहस्य से पर्दा उठाना इसलिए भी अहम है, क्योंकि फेसबुक औऱ ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म के मनमाने सेंसरशिप के कारण एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म की माँग बढ़ी है।

एलन मस्क की प्रतिक्रिया का स्क्रीनशॉट

मस्क के मूड को देखिए

एलन मस्क के मूड का इस बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता कि गुरुवार (24 मार्च 2022) को उन्होंने ट्विटर पर एक ऑनलाइन सर्वे शुरू किया, जिसमें मस्क ने पूछा था कि क्या ट्विटर के एल्गोरिदम को एक ओपन-सोर्स बना दिया जाना चाहिए। उनके इस पोल पर 2 मिलियन, यानी 20 लाख लोगों ने जबाव दिया, जिसमें से करीब 82.7% ने उनके इस प्रस्ताव पर हाँ की मुहर लगा दी।

मस्क के ट्वीट पर ट्विटर के संस्थापक और कंपनी के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा, “किसी भी एल्गोरिदम को इस्तेमाल करने (या नहीं) का विकल्प सभी के लिए खुला होना चाहिए।”

जैक डोर्सी का स्क्रीनशॉट

इसके बाद शुक्रवार (25 मार्च 2022) को टेस्ला के सीईओ ने एक और सर्वे ट्विटर पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने ट्विटर को लेकर सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि ‘फ्री स्पीच सुचारू लोकतंत्र के लिए जरूरी है।’ क्या ट्विटर ने इस सिद्धांत का सख्ती से पालन किया है? इस पर करीब 20 लाख लोगों में से करीब 70 फीसदी लोगों ने ये माना कि ट्विटर फ्री स्पीच के सिद्धांत को बनाए रखने में विफल हुआ है।

इसके साथ ही मस्क ने ये भी कहा, “इस चुनाव के रिजल्ट बेहद महत्वपूर्ण होंगे। कृपया ध्यान से वोट करें।”

एलन मस्क के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

इसके बाद टेस्ला सीईओ ने 26 मार्च 2022 को ट्विटर पर कहा, “यह देखा गया है कि ट्विटर पब्लिक टाउन स्क्वेयर के तौर पर काम करता है औऱ फ्री स्पीच कि सिद्धांतों का पालन नहीं कर पाने से लोकतंत्र कमजोर होता है। क्या करना चाहिए?” इसके साथ ही उन्होंने एक और सवाल किया, “क्या नए प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है।”

एलन मस्क के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

आखिरकार रविवार को एलन मस्क ने ओपनली इस बात का खुलासा किया कि वो एक नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, जो ओपन सोर्स होने के साथ ही फ्री स्पीच का भी समर्थन करेगा। मौजूद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों द्वारा मनमाने तरीके से सेंसरशिप किए जाने का कई नेताओं और सरकारों ने विरोध भी किया है।

अभी पिछले साल जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को इंटरनेट से मनमाने तरीके से हटा दिया गया था तो फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों ने इसका जिक्र किया था। यहीं नहीं जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और मैक्सिको के एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मनमानी सेंसरशिप की आलोचना की थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नहीं होगा VVPAT पर्चियों का 100% मिलान, EVM से ही होगा चुनाव: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की सारी याचिकाएँ, बैलट पेपर की माँग भी...

सुप्रीम कोर्ट ने वीवीपैट वेरिफिकेशन की माँग से जुड़ी सारी याचिकाएँ 26 अप्रैल को खारिज कर दीं। कोर्ट ने बैलट पेपर को लेकर की गई माँग वाली याचिका भी रद्द कीं।

‘मुस्लिमों का संसाधनों पर पहला दावा’, पूर्व PM मनमोहन सिंह ने 2009 में दोहराया था 2006 वाला बयान: BJP ने पुराना वीडियो दिखा किया...

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2009 लोकसभा चुनावों के समय 'मुस्लिमों का देश के संसाधनों पर पहला हक' वाला बयान दोहराया था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe