जम्मू-कश्मीर पर अफवाह फैलाने वाले ट्वीट करने को लेकर जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद पर शिंकजा कसता जा रहा है। उनके दावों को सेना द्वारा बेबुनियाद करार देने के बाद वकील आलोक श्रीवास्तव में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
श्रीवास्तव ने शेहला के खिलाफ सेना और सरकार के खिलाफ झूठ फैलाने और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही उसकी तत्काल गिरफ्तारी की मॉंग की है।
Supreme Court lawyer Alakh Alok Srivastava files a criminal complaint against Shehla Rashid, seeking her arrest for allegedly spreading fake news against Indian Army and Government of India. pic.twitter.com/TW0SeCl3zQ
— ANI (@ANI) August 19, 2019
ग़ौरतलब है कि शेहला रशीद ने रविवार (18 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे। अपने ट्वीट में शेहला ने अफ़वाह फैलाई थी कि जम्मू-कश्मीर में हालात बेहद ख़राब हैं। शेहला ने ख़राब हालात का हवाला देते हुए सशस्त्र बलों पर कश्मीरियों को प्रताड़ित करने का झूठा आरोप मढ़ा था। लेकिन, भारतीय सेना ने उनके इन फ़र्ज़ी दावों की पोल खोल कर रख दी। भारतीय सेना ने शेहला के दावों को बेबुनियादी करार देते हुए कहा है कि असामाजिक तत्व और संगठन लोगों को भड़काने के लिए फर्जी खबरें फैला रहे हैं।
शेहला रशीद के बारे में बता दें कि वो IAS से नेता बने शाह फैसल के साथ जम्मू-कश्मीर में अपनी राजनीतिक इच्छाएँ पूरी करने की ताक में हैं। शाह फैसल वही नेता हैं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निष्क्रिय किए जाने के बाद ‘बदला’ लेने की धमकी दी थी। उन्हें पिछले दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर उस समय रोक लिया गया था जब वे देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। फिलहाल वे श्रीनगर में नजरबंद हैं। बताया जाता है कि वे भारत सरकार के फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए देश छोड़कर जा रहे थे।
इससे पहले जम्मू के डिविजनल कमिश्नर संजीव वर्मा ने कहा था कि अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया था कि ऐसे कुछ लोगों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
Divisional Commissioner Jammu, Sanjeev Verma: We have taken action against some people who have scripted wrong stories & rumours. Today, police have already been tasked to collect details of all such people who have been active & participating in spreading of wrong information. pic.twitter.com/3dDk9pHPdq
— ANI (@ANI) August 18, 2019