उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है। आशंका है कि 100-150 लोग पानी की तेज धार में बह गए हैं। उत्तराखंड के प्रधान सचिव ओम प्रकाश ने यह आशंका जताई है।
100-150 casualties feared in the flash flood in Chamoli district: Uttarakhand Chief Secretary OM Prakash to ANI pic.twitter.com/JoR76lWEAb
— ANI (@ANI) February 7, 2021
चमोली जिले के रेणी गाँव के पास ग्लेशियर के टूटने से कई गाँव वालों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। यह ग्लेशियर धौली गंगा नदी के किनारे-किनारे बह रहा है। इस आपदा से निपटने के लिए आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
हेल्पलाइन नंबर जारी
If you are stranded in affected areas and you need any help. Please contact Disaster Operations Center number 1070 or 9557444486: Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat
— ANI (@ANI) February 7, 2021
आपदा से निपटने या किसी जानकारी के लिए या किसी जगह की सूचना के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 1070 या 9557444486 नंबर पर कॉल कर आप इस संबंध में सूचना ले या दे सकते हैं।
इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चमोली ज़िले से एक आपदा का समाचार मिला है। उन्होंने बताया कि ज़िला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अनुसार:
“चमोली के रिणी गाँव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है। नदी में अचानक पाने आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है। एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है। अलकनन्दा का पानी का बहाव रोका जा सके, इसलिए श्रीनगर डैम तथा ऋषिकेष डैम को खाली करवा दिया है। SDRF अलर्ट पर है। मेरी आपसे विनती है अफवाहें न फैलाएँ। सरकारी प्रमाणिक सूचनाओं पर ही ध्यान दें। मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूँ।”