याद है न रविवार का जनता कर्फ्यू, आइए हम सब मिलकर कोरोना को ना कहे
रविवार (मार्च 22, 2020) यानी कल सुबह 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक देशभर में जमीन से आसमान तक ‘जनता-कर्फ्यू’ रहेगा। पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए इस कर्फ्यू का आह्वान किया था। इसका मकसद न केवल विश्वभर में दहशत का कारण बने काेरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार रोकना है बल्कि उन लोगों के प्रति आभार जताना भी है जो संकट की इस घड़ी में महामारी से हमारी जिंदगी बचाने के लिए लड़ रहे हैं। उन डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मचारियों का जिन्होंने हमारी सुरक्षा के लिए अपना जीवन दॉंव पर लगा रखा है, उनका समर्थन और हौसला भी बढ़ाना है।
पीएम मोदी ने रविवार की शाम 5 बजे, वैश्विक महामारी के दौरान भी इस बीमारी से लड़ रहे डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की कर्त्तव्यनिष्ठा के प्रति आभार प्रकट करने के लिए अपनी बालकनी में खड़े होकर ताली, थाली या घंटी बजाने की भी अपील की है।
दरअसल इस कोरोना वायरस के लिए पूरे विश्व में वैज्ञानिक निरंतर वैक्सीन तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं और वर्तमान में इसके संक्रमण को रोकने का मात्र एक ही उपाय है कि जितनी ज्यादा से ज्यादा दूरी सम्भव हो, बनाए रखी जा सके ताकि इसका संक्रमण दूसरे लोगों तक न पहुँचे। जनता-कर्फ्यू के दौरान आम नागरिकों को भी अपने कर्तव्य का पालन करना होगा। कल होने वाले सभी सार्वजनिक समारोह और प्रतियोगी परीक्षाएँ टाली गई हैं। देश के अन्य हिस्सों में इस अवधि में मेट्रो रेल सेवाएँ बंद रहेंगी और सार्वजनिक परिवहन सेवा सीमित रहेगी।
वायरस के भय से अपने गाँव लौटने की जल्दबाजी कर रहे लोगों के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट के माध्यम से निर्देश देते हुए कहा कि ऐसा कर आप अपने गाँव के लोगों के लिए भी संकट पैदा कर सकते हैं। ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा – “मेरी सबसे प्रार्थना है कि आप जिस शहर में हैं, कृप्या कुछ दिन वहीं रहिए। इससे हम सब इस बीमारी को फैलने से रोक सकते हैं। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों पर भीड़ लगाकर हम अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कृप्या अपनी और अपने परिवार की चिंता करिए, आवश्यक न हो तो अपने घर से बाहर न निकलिए।”
ऑपइंडिया निवेदन करता है कि जनता-कर्फ्यू के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें। जैसे, अफवाहों के संक्रमण पर अंकुश लगाना, क्योंकि इस वायरस की क्षमता और उपायों के बारे में अभी तक यदि दुनियाभर के श्रेष्ठ डॉक्टर और खोजकर्ता ही पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं तो हम और आप आखिर कैसे इसका कोई सटीक आँकलन कर सकते हैं? खासकर, किसी भी जानकारी को ‘सबसे पहले’ आगे बढ़ाने की व्याकुलता का व्हाट्सएप जैसे मैसेंजर एप्प्लिकेशंस पर त्याग करना होगा।
इसके साथ ही, राशन से लेकर अन्य रोजमर्रा के उत्पादों का भंडारण ना कर के किसी भी प्रकार की भगदड़ और अफरा-तफरी को अंजाम ना दें। सबसे बड़ी बात जो एक है वो ये कि कोरोना वायरस के संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित गरीब वर्ग हो रहा है, जो रोजाना के खर्चों के लिए किसी के घर पर या फिर प्रोजेक्ट आधारित काम करते हैं।
पीएम मोदी ने भी जनता-कर्फ्यू के आह्वान के साथ इस गरीब वर्ग के आर्थिक हितों का ध्यान रखने की विशेष अपील की है। यह एक ऐसी महामारी है, जिसने हर वर्ग- चाहे गरीब, अमीर या फिर मध्यम वर्ग हो, सबको अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी साबित करने का मौका दिया है। हमें इसे जाया नहीं होने देना चाहिए। हम और आप इस वक्त सबसे बेहतर यही कर सकते हैं कि कम से कम अपनी जिम्मेदारियाँ ईमानदारी से निभाएँ।
Covid-19 : अब तक के आँकड़े
विश्व के अधिकांश (अब तक 185) देशों में फैल चुके कोरोना वायरस से अब तक 11,949* लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 288,044 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। भारत में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 256 हो चुकी है जिनमें से 4* की मृत्यु हो गई है और 23 को सफलतापूर्वक रिकवर भी कर लिया जा चुका है। शुक्रवार के बाद देश में कुल 47 नए मामले सामने आए हैं।
चीन के वुहान प्रांत से शुरू हुए इस चीनी वायरस को लेकर तैयार की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80% मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के थे। चीन में 81,008 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और करीब 3,255 लोगों की इस वायरस के चपेट में आने के बाद मौत हो चुकी है। चीन के बाद सबसे ज्याद प्रभावित इस वायरस ने इटली को किया है, जहाँ संक्रमण से होने वाली मौतों (अब तक 4,032) ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।