कर्नाटक के दावणगेरे जिले में शुक्रवार (24 मई, 2024) को मुस्लिम भीड़ ने चन्नागिरी थाने पर हमला किया था। भीड़ पुलिस पर आदिल नाम के युवक को हिरासत में मार डालने का आरोप लगा रही थी। इस हमले में 11 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। पुलिस 3 अलग-अलग FIR दर्ज कर के जाँच कर रही थी। ‘विश्व हिन्दू परिषद’ (VHP) ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया है। अब इस घटना में शामिल 25 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। केस CID को ट्रांसफर कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार (27 मई, 2024) को पुलिस ने थाने पर हुए हमले की जानकारी साझा की है। पुलिस ने बताया कि अब तक 25 हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य संदिग्धों को चिह्नित करने के प्रयास जारी है। इन सभी हमलावरों पर IPC की धारा 353 और 307 के तहत कार्रवाई की गई है। इस पूरे मामले पर कर्नाटक के गृहमंत्री G परमेश्वर का बयान भी आया है। उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए एक DSP व एक इंस्पेक्टर के निलंबन की पुष्टि की है।
#Breaking | Channagiri, Karnataka police station vandalized
— TIMES NOW (@TimesNow) May 27, 2024
VHP stages protest against the K'taka govt
Officially, the police are waiting for the postmortem report, and the C.I.D has been asked to take over this matter…: @dpkBopanna joins @SagarikaMitra26 with more details. pic.twitter.com/zgFmiqscI6
पुलिस के मुताबिक, मृतक आदिल को क्षेत्र में हो रहे जुआ के एक मामले में पूछताछ के लिए लाया गया था। यहाँ कुछ ही देर में उसकी तबीयत खराब हुई। आदिल को अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई। मौत की वजह भी ब्लड प्रेशर का लो होना बताया गया। आदिल पर पहले से केस दर्ज होने का भी दावा किया जा रहा है। हालाँकि, आदिल के परिजनों ने पुलिस पर टॉर्चेर का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने रिश्वत की माँग की थी जिसे न मिलने पर आदिल की पिटाई की गई जो बाद में मौत की वजह बनी। राज्य के गृहमंत्री ने कहा कि पूरे घटनाक्रम की जाँच चल रही है। जो भी तथ्य सामने आएँगे उन पर एक्शन लिया जाएगा।
थाने पर हुए इस हमले एक विरोध में विश्व हिन्दू परिषद ने दावणगेरे में प्रदर्शन किया है। VHP ने पुलिस पर हमला करने वालों पर कठोर की माँग उठाई है। JDS और भाजपा ने भी बिना पूरी कार्रवाई के पुलिस वालों को सस्पेंड करने पर सवाल उठाए हैं। भाजपा ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की वजह आदिल का मुस्लिम होना बताया है। JDS ने भी पुलिस की जाँच के निष्पक्ष होने पर संदेह जताया है।