गौतम अडानी ने मंगलवार (26 जुलाई, 2022) को कहा कि अडानी समूह का संयुक्त बाजार पूँजीकरण इस साल 200 अरब डॉलर (₹16 लाख करोड़) तक पहुँच गया है।
शेयरधारकों को संबोधित करते हुए गौतम अडानी ने कहा, “हमने डेटा सेंटर, डिजिटल सुपर ऐप, औद्योगिक क्लाउड, रक्षा, एयरोस्पेस, धातु और सामग्री के क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज की है, ये आत्मानिर्भर भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर एक होते हुए किया गया है। इस साल हमारा ग्रुप मार्केट कैपिटलाइजेशन 200 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा गया है। इसलिए, 2022 में, हमने भारत की सीमाओं से परे भी व्यापक विस्तार की नींव रखी।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने आज अडानी एंटरप्राइजेज की एनुअल जनरल मीटिंग में कहा, “भारत आने वाले सालों में क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में सबसे अग्रणी रहने वाला है। अडानी समूह भारत में निवेश करने से कभी भी पीछे नहीं हटा है और यहाँ हम अपना इंवेस्टमेंट बढ़ाते रहेंगे। हमारा आने वाले समय में 70 अरब डॉलर (₹5.60 लाख करोड़) से ज्यादा का खर्च करने का लक्ष्य है।”
अडानी समूह की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए गौतम अडानी ने आज अब तक के कारोबार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हम पिछले साल देश में सबसे बड़े एयरपोर्ट ऑपरेटर बन गए हैं। अडानी विल्मर के सफल आईपीओ ने कंपनी को देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनाने में मदद की है।”
अडानी ने कहा, “समूह ने कुछ सबसे बड़े सड़क अनुबंध प्राप्त किए हैं। साथ ही पोर्ट, लॉजिस्टिक्स, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन, सिटी गैस और पाइप्ड नेचुरल गैस जैसे कारोबार में अपनी पहले से ही पर्याप्त बाजार हिस्सेदारी बढ़ रहा है। और भारत में होल्सिम की संपत्ति के अधिग्रहण के बाद, जिसमें दो सबसे अधिक मान्यता प्राप्त ब्रांड नाम शामिल हैं- एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स के साथ अब हम भारत में दूसरे सबसे बड़े सीमेंट निर्माता हैं। यह काम पर हमारे व्यापार मॉडल का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।”
अपने सम्बोधन में गौतम अडानी ने आगे कहा, “साल 2015 की तुलना में भारत की रीन्यूएबल एनर्जी की कैपिसिटी 300 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई है। साल 2020-21 की तुलना में पिछले साल रीन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में इंवेस्टमेंट में 125 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। देश में बिजली की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए जरूरी है कि रीन्यूएबल एनर्जी उत्पादन को और बढ़ाया जाए और इस माँग को पूरा किया जाए।”
गौतम अडानी ने ये भी कहा, “मेरा मानना है कि एक ऐसे देश के रूप में जो ऑयल एंड गैस के क्षेत्र में आयात पर ज्यादा निर्भर रहता है- भारत की पहचान को बदलने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और इसे ऐसे देश के रूप में सामने लाना चाहते हैं जो एक दिन क्लीन एनर्जी का एक्सपोर्टर बनेगा। जहाँ अडानी ग्रुप का मेजर ग्लोबल रीन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो है, वहीं पिछले 12 महीने या एक साल में हमने कई दूसरी इंडस्ट्रीज में भी असाधारण ग्रोथ दिखाई है।”