राजस्थान के अजमेर में 17 साल की नाबालिग लड़की से कई दिनों तक गैंगरेप के आरोप में गिरफ्तार युवकों में से एक मोहम्मद हबीबुल्ला कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता के सहयोग से पीड़िता ने दरगाह थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मेडिकल जाँच में वह गर्भवती पाई गई।
17 वर्षीय नाबालिग लड़की ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसे दरगाह क्षेत्र में तीन पुरुषों द्वारा कैद में रखा गया था। उनके द्वारा बार-बार बलात्कार किया जाता था। इस मामले में हबीबुल्ला, असगर और राहिक की गिरफ्तारी 19 मई को हुई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजमेर में नाबालिग से बलात्कार मामले के तीन आरोपियों में से एक- मोहम्मद हबीबुल्ला बृहस्पतिवार (मई 21, 2020) को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। परीक्षण के बाद, हबीबुल्लाह को जेएलएन अस्पताल में एक अलग कैदी वार्ड में भेजा गया।
घर से भागकर पहुँची थी अजमेर
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस उपाधीक्षक रजत विश्नोई ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन से पहले दिल्ली की रहने वाली पीड़िता घर से भागकर अजमेर पहुँची थी। अजमेर स्टेशन पर अंदर कोट निवासी असगर अली ने उससे संपर्क किया और बहला-फुसलाकर कई दिनों तक अंदर कोट में बंधक बनाकर रखा।
17 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को सूचना दी थी था कि वह पास के ही गाँव की रहने वाली है और सितंबर, 2019 में घरवालों से नाराजगी के चलते अपनी सहेली के साथ रह रही थी। इस बीच पीड़ित युवती गर्भवती भी हो गई। उसे बाल सुधार गृह भेजा गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि आरोपितों को गिरफ्तार करने और पूछताछ करने के दौरान सभी आवश्यक सावधानी बरती गई। लेकिन अगर मेडिकल कर्मचारी सलाह देते हैं, तो उन्हें उन सभी पुलिस अधिकारियों का भी परीक्षण करना होगा जो इस केस से जुड़े हुए थे।
मोहम्मद हबीबुल्ला की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब पीड़ित लड़की और पुलिसकर्मियों समेत आरोपित के संपर्क में आए सभी लोगों के सैम्पल की जाँच की जा रही है। गैंगरेप मामले में पकड़े गए तीनों आरोपित कथित तौर पर बिहार के निवासी बताए जा रहे हैं, जो लंबे समय से दरगाह इलाके में रह रहे थे।