झारखंड के राँची से पकड़ा गया अल कायदा का आतंकी डॉक्टर इश्तियाक फिदायीन आतंकी दस्ता तैयार कर रहा था। इश्तियाक ने इसके लिए एक पहाड़ी इलाका चुना था। यहाँ वह अपने साथी आतंकियों को लाकर हमले की ट्रेनिंग देने वाला था। यह सारे खुलासे दिल्ली पुलिस के सामने इश्तियाक और उसके साथी आतंकियों ने किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल डॉक्टर इश्तियाक और उसके साथी आतंकियों को इनामुल अंसारी, शाहबाज अंसारी, मोतिउर्रहमान और अल्ताफ को राँची लेकर हाल ही में पहुँची थी। दिल्ली पुलिस की टीम इनसे इनकी तैयारी के बारे जानना चाहती थी।
इन आतंकियों ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी कि वह राँची के चान्हो नकटा जंगल में जाते थे। यह घना जंगल है और आसपास बसाहट भी नहीं है। यहाँ होने वाली गतिविधियाँ मुश्किल से ही किसी को पता चल पाती हैं। इसीलिए आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिए यह सबसे मुफीद जगह मानी गई थी।
दिल्ली पुलिस को आतंकियों ने बताया है कि उनको यहाँ हथियार चलाने के साथ ही फिदायीन बनने की ट्रेनिंग भी दी जानी थी। यह सारे आतंकी डॉक्टर इश्तियाक के ही आदेशों पर काम कर रहे थे और उन्हें ट्रेनिंग देने का काम भी आतंकी डॉक्टर का ही था। यह सभी भारत में इस्लामी राज लाना चाहते थे।
यह सारे आतंकी राँची रैडिकल ग्रुप का हिस्सा थे, इसे इश्तियाक चलाता था। बताया गया है कुछ आतंकियों को ट्रेनिंग के लिए राजस्थान भी भेजा गया था। बताया गया कि दिल्ली पुलिस की यह टीम पहाड़ के अलावा एक मदरसे में भी पहुँची थी। यहाँ भी टीम ने छानबीन की थी।
गौरतलब है कि 22 अगस्त, 2024 को झारखंड ATS ने छापेमारी की थी। इसमें डॉक्टर इश्तियाक और उपरोक्त आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। यह सभी अल कायदा इंडिया सब कॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़े हुए थे। यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की टिप के आधार पर हुई थी।
डॉक्टर इश्तियाक ने अपने आतंकी मॉड्यूल को उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक फैला लिया था। इश्तियाक ने बिहार के लखीसराय से हथियार खरीदे थे। इस मामले में राजस्थान में भी छापेमारी हुई थी। यहाँ से ए के 47 राइफल, प्वाइंट 38 बोर की रिवाल्वर और छह जिंदा कारतूस , .32 बोर की 30 जिंदा कारतूस, एके 47 की 30 कारतूस, डमी इंसास, एयर राइफल, आयरन एल्बो पाइप, हैंड ग्रेनेड समेत अन्य चीजें जब्त की गई थीं।